- अयोध्या बॉयपास पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर होंगी भगवान हनुमान की प्रतिमाएं
- इस बॉयपास पर फूलों के बगीचे और फौव्वारे लगाने की भी है योजना
- पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे राम मंदिर का भूमि पूजन
अयोध्या (उत्तर प्रदेश) : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त को होगा इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को शुभ मुहूर्त में मंदिर निर्माण की नीव रखेंगे। इसके साथ ही अयोध्या में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी। साथ ही अयोध्या बॉयपास को रमणीय एवं सुंदर बनाने की दिशा में पहल भी शुरू हो गई है। इस बॉयपास पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर भगवान हनुमान की प्रतिमाएं, छोटे-छोटे फूल के बगीचे और फौव्वारे इसकी शोभा बढ़ाएंगे।
16 किलोमीटर बॉयपास को संवारने की तैयारी
इस सिलसिले में अयोध्या बॉयपास को सजाने एवं संवारने एवं इसे सांस्कृतिक रूप देने की कवायद भी जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 16 किलोमीटर अयोध्या बॉयपास के सौंदर्यीकरण एवं अन्य निर्माण कार्यों के लिए 55 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। मौजूदा बॉयपास के नवीनीकरण का काम इस साल मार्च में शुरू हुआ है। अब इस बॉयपास के सौंदर्यीकरण के लिए एनएचएआई बुधवार को खुली बोली लगाएगा।
सरकार उपलब्ध करा रही बजट
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबकि एक अधिकारी ने बताया, 'बॉयापस पर सरकार के सहयोग से दो चीजें शुरू करने का फैसला हुआ है। बॉयपास पर सिविल वर्क करीब 30 प्रतिशत हो चुका है। इस पर सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा और इसके लिए सरकार बजट दे रही है। बोली जीतने के बाद ठेकेदार इस योजना पर काम शुरू कर सकते हैं।' फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह ने बॉयपास के सौंदर्यीकरण का मसला केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष उठाया था जिसके बाद इस योजना की मंजूरी मिली।
अयोध्या के पास सड़क निर्माण के कार्यों में तेजी
अधिकारी ने बताया, 'बॉयपास का सौंदर्यीकरण होने से यहां से गुजरने वाले तीर्थयात्री और आम लोगों दोनों को सुखद अनुभूति होगी। इसे देखकर उनमें एक महत्वपूर्ण धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल के समीप पहुंचने की भावना उत्पन्न होगी। अयोध्या के आस-पास कई सड़क निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी मिली है और उन पर काम शुरू हो गया है।' यह बॉयपास प्रयागराज, वाराणसी और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है। सिंह का कहना है कि क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिए केंद्र ने पर्याप्त फंड उपलब्ध कराए हैं और इससे इलाके में धार्मिक पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी।