- भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार के लिए अठावले ने पेश किया अपना फॉर्मूला
- अठावले ने सीएम पद भाजपा को 3 साल और शिवसेना को 2 साल देने की बात कही
- महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को आए चुनाव नतीजे, राज्य में लागू है राष्ट्रपति शासन
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले की मानें तो महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन सरकार की संभावना खत्म नहीं हुई है। आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले ने सोमवार को कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत के साथ उनकी बातचीत हुई है और राउत ने कहा है कि शिवसेना उनके फॉर्मूले पर विचार करेगी। अठावले ने कहा कि उन्होंने शिवसेना को एक नए फॉर्मूले का सुझाव दिया है जिसके मुताबिक भाजपा के पास मुख्यमंत्री पद तीन साल और शिवसेना के पास दो साल रहेगा। अठावले के मुताबिक राउत ने कहा कि भाजपा यदि इस फॉर्मूले पर तैयार है तो शिवसेना इस पर सोचेगी।
आरपीआई (ए) प्रमुख ने कहा कि भाजपा और शिवसेना को मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनानी चाहिए। मुख्यमंत्री पद भाजपा के पास तीन साल और शिवसेना के पास दो साल रह सकता है। संसद भवन में समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में अठावले ने कहा, 'मैं शिवसेना नेता संजय राउत से मिला और उनसे भाजपा के तीन साल के मुख्यमंत्री और अंतिम दो वर्षों में इस पद पर शिवसेना के सीएम होने का फॉर्मूला पेश किया।' अठावले ने कहा कि राउत ने इस फॉर्मूले पर पहले भाजपा से बात करने की बात कही। अठावले पहले भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में जल्द ही एनडीए की सरकार बनेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैंने अमित शाह जी से कहा कि यदि मैं मध्यस्थता करूं तो कोई रास्ता निकाला जा सकता है, मेरे इस प्रस्ताव पर अमित शाह जी ने जवाब दिया कि चिंता करने की जरूरत नहीं है। सबकुछ ठीक हो जाएगा। सरकार बनाने के लिए भाजपा और शिवसेना एक साथ आएंगे।' बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने में सभी पार्टियों के असफल हो जाने के बाद राज्य में पिछले सप्ताह राष्ट्रपति शासन लग गया।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना है। शिवसेना ने सरकार में अपने लिए मुख्यमंत्री पद की मांग की जिस पर भाजपा तैयार नहीं हुई। अब महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच बातचीत करीब-करीब तय हो गई है। तीनों पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति भी बन चुकी है। अब सबकीं नजरें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच सोमवार शाम होने वाली मुलाकात पर टिकी हैं। समझा जाता है कि इस बैठक में गठबंधन सरकार बनाने पर अंतिम मुहर लगेगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए। 288 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। जबकि सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों का समर्थन चाहिए।