पटना: बिहार में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि से आई बाढ़ ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग उंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। इस बीच, बाढ़ के कारण रेलों के परिचालीन पर भी असर पड़ा है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं।
बिहार जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 1.68 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि कोसी के जलस्तर के बढ़ने की संभावना है।इधर, वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। यहां सुबह छह बजे और आठ बजे गंडक का जलस्राव 1.55 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था।
कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बागमती नदी, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और खिरोई नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।बागमती नदी मुजफ्फरपुर के बेनीबाद और दरभंगा के हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर, समस्तीपुर के रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल तथा खगड़िया के पास लाल निशान को पार कर गई है।
बाढ़ के कारण राज्य के 10 जिले प्रभावित बताए जा रहे हैं
कमला बलान नदी मधुबनी के झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। खिरोई नदी दरभंगा के एकमी घाट और कमतौल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।बाढ़ के कारण राज्य के 10 जिले प्रभावित बताए जा रहे हैं। मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, दरभंगा में स्थिति खराब हो रही है। समस्तीपुर में एक रेल पुल पर बाढ़ के कारण संकट मंडरा रहा है।
बाढ़ के कारण रेलों के परिचालन पर भी असर
इस बीच, गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर गुरुवार को बाढ़ प्रभावित बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर और मधेपुरा का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं। इधर, बाढ़ के कारण रेलों के परिचालन पर भी असर दिख रहा है। समस्तीपुर मंडल के दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के मुक्तापुर-समस्तीपुर स्टेशन (डाउन लाइन) के मध्य रेल पुल संख्या 1 पर बाढ़ के पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर लगातार छठे दिन रेलों का परिचालन बंद है। इस रेलखंड पर चलने वाली 10 ट्रेनें रद्द कर दी गईं तथा इस रेखंड से गुजरने वाली पांच ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर चलाया जा रहा है।