- जयपुर और अमेठी में राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व का राग अलापा था
- इंद्रेश कुमार ने कहा था कि राहुल गांधी की इस विषय पर समझ कम
- बीजेपी ने राहुल गांधी पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया था।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अपनी सभाओं में हिंदू और हिंदुत्व का राग अलाप रहे हैं। वो खुद को हिंदू और बीजेपी- आरएसएस को हिंदुत्ववादी करार देते हैं। उनके मुताबिक गंगा में अकेले स्नान करने वाला शख्स हिंदुत्ववादी हैं, और लाखों लोगों के साथ स्नान करने वाले हिंदू हैं। जाहिर तौर पर इन शब्दों के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे थेष लेकिन बीजेपी और आरएसएस की तरफ से पलटवार किया गया। आरएसएस के कद्दावर चेहरे इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदू और हिंदुत्व शरीर और आत्मा जैसे हैं। राहुल गांधी की समझ इस विषय पर कम है।
हिंदू और हिंदुत्व में फर्क नहीं
अब इस विषय पर संघ के एक और चेहरे मनमोहन वैद्य ने भी निशाना साधते हुए समझाया कि दरअसल हिंदू और हिंदुत्व क्या हैअहमदाबाद में में उन्होंने कहा कि भारत को विविध संस्कृतियों के देश के रूप में वर्णित करना गलत है। वास्तव में, भारत में केवल एक ही संस्कृति है जो विविधता का जश्न मनाती है। केवल भारत मानता है कि संभावित देवत्व पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से मौजूद है।
हिंदुत्व की पहचान कर्म योग, भक्ति योग, ध्यान योग और ज्ञान योग
कर्म योग, भक्ति योग, ध्यान योग और ज्ञान योग द्वारा विशेषता भारत की पहचान को हिंदुत्व के रूप में जाना जाता है। हिंदू भारतीय संदर्भ में समाज का नाम और पहचान है। यह हिंदुत्व हमारे जीवन में स्वाभाविक रूप से प्रतिबिंबित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कल इस बात की प्रतियोगिता चल रही है कि कौन इस विषय पर अधिक बोल रहा है। कम से कम एक बात तो हुई कि जिस विषय पर लोग चर्चा नहीं करना चाहते थे उस विषय पर अब लोग खुलकर विचार व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन जिन्हें हिंदू और हिंदुत्व में फर्क नजर आता है उन्हें विषय को समझने की जरूरत है।