- राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच अपने पर लग रहे आरोपों पर पायलट ने दी सफाई
- आरोपों से उदास हूं, मगर हैरान नहीं, उचित क़ानूनी कार्रवाई करूंगा- पायलट
- गहलोत ने कहा था- मुझे पता था कि सचिन पायलट नाकारा और निकम्मा थे
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने खुद पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है। आज ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा था, 'हिंदुस्तान में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हम जानते थे कि 'निक्कमा' है, 'नकारा' है, कुछ काम नहीं कर रहा है ... खाली लोगों को लड़वा रहा है।' वहीं कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह द्वारा सचिन पर राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग करने के लिए 35 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया था। खुद पर लगे आरोपों से पायलट काफी दुखी नजर आए और उन्होंने कहा कि उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए आगे भी इसी तरह के आरोप लगाए जाएंगे।
और भी आरोप लगाए जाएंगे
एएनआई से बात करते हुए पायलट ने कहा, 'मैं दुखी हूं, लेकिन मेरे पर लगाए जा रहे ऐसे आधारहीन, संगीन आरोपों से आश्चर्यचकित नहीं हूं। मैं आरोप लगाने वाले विधायक के खिलाफ उचित और सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करूंगा। मुझे यकीन है कि मेरी छवि को और धूमिल करने के लिए मुझ पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे लेकिन मैं अपने निश्चय और विश्वासों पर अडिग था और दृढ़ रहूंगा।'
मुख्यमंत्री गहलोत ने बोला था हमला
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट पर हमला करते हुए कहा था, 'मान सम्मान पूरा दिया। सब कुछ किया... वह व्यक्ति कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंके जाने के लिए तैयार हो जाए? कारपोरेट हाउस लगे हैं। मोदी जी, भाजपा को खुश करने ... यह बड़ा षडयंत्र है कांग्रेस सरकार को गिराने का। कई शक्तियां लगी हैं। मासूम चेहरा, बोलने के लिए हिंदी और अंग्रेजी पर अच्छी पकड़। पूरे देश में मीडिया को प्रभावित कर रखा है जैसे मैंने बहुत मेहनत की और मैं ही राज लेकर आया राजस्थान में।'
हाईकोर्ट में मामला
आपको बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट में आज सचिन पायलट और 18 अन्य असंतुष्ट कांग्रेसी विधायकों की याचिका पर सुनवाई हो रही है। इस याचिका में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें भेजे गए अयोग्यता नोटिस को चुनौती दी गई है। इसमें सचिन पायलट की तरफ से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे तथा मुकुले रोहतगी पैरवी कर रहे हैं जबकि कांग्रेस की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी अपनी दलीलें रख रहे हैं।