जयपुर: राजस्थान में अशोक गहलोत खेमे को जब पूरी तरह विश्वास हो गया कि अब उन्हें खतरा नहीं है तो कमान से एक एक तीर छोड़े जा रहे हैं। अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को खूब खरीखोटी सुनाई। वो कहते हैं कि मासूम चेहरा, हिंदी और अंग्रेजी में अच्छी पकड़ के साथ वो देश भर के मीडिया को प्रभावित कर रखा है। जिस कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इतना कुछ दे दिया वो इस तरह के व्यवहार पर उतर आएंगे सोचा नहीं जा सकता है। इसके साथ ही सचिन पायलट को और क्या कुछ कहा जानना जरूरी है।
सब्जी नहीं, बनने आया हूं सीएम
अशोक गहलोत कहते हैं कि हम जानते हैं कि वो(सचिन पायलट) निकम्मा है,नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा, खाली लोगों को लड़वा रहा है, मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं सीएम बनने आया हूं। वो कहते हैं कि छोटी सी उम्र में सचिन पायलट को क्या नहीं मिला। लेकिन जिस तरह का व्यवहार वो कर रहे हैं उससे साफ है कि पार्टी उनके लिए कुछ भी नहीं है।
पायलट और गहलोत खेमा दोनों कोर्ट में
राजस्थान हाईकोर्ट में विधानसभा स्पीकर की अर्जी पर बहस जारी है जिसमें सचिन पायलट खेमे को अयोग्य ठहराने की नोटिस दी गई थी। पायलट खेमे का कहना है कि वो पार्टी के साथ है, किसी तरह पार्टी के खिलाफ काम नहीं कर रहे हैं, उन्होंने नेतृच्व पर सवाल उठाया था जो पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र का हिस्सा है। जहां तक व्हिप का सवाल है तो उसके लिए संवैधानिक व्यवस्था साफ है, जब विधानसभा सत्र में न हो तो व्हिप का मतलब नहीं होता है।