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West Bengal: सिख जवान की पगड़ी खींचे जाने को लेकर घिरी ममता सरकार, बंगाल पुलिस ने दी सफाई

Updated Oct 10, 2020 | 07:32 IST

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बीजेपी के मार्च के दौरान एक सिख सुरक्षाकर्मी की पिटाई के दौरान पगड़ी खुल जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कोलकाता पुलिस ने स्पष्टीकरण भी दिया है।

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सिख जवान की पगड़ी खींचे जाने को लेकर घिरी ममता सरकार
मुख्य बातें
  • कोलकाता में सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी उतारने के मामले ने पकड़ा तूल
  • बंगाल पुलिस ने दी सफाई, कहा- हाथापाई में पगड़ी अपने आप गिर गई
  • तमाम राजनीतिक दलों ने की निंदा, हरभजन सिंह ने की ममता से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

नई दिल्ली: कोलकाता में भारतीयय जनता पार्टी के मार्च के दौरान एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी खींचे जाने का मामला सामने आने के बाद हंगामा मच गया है। तमाम राजनीतिक दलों ने इसकी निंदा की है। कोलकाता पुलिस पर आरोप लगा है कि उसने 43 वर्षीय सिख शख्स बलविंदर सिंह की पगड़ी खींच कर धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। घटना हावड़ा मैदान इलाके की है। विवाद ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया है और लोग ममता बनर्जी सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
 

वायरल हुआ वीडियो
जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसमें दिख रहा है कि बलविंदर की पगड़ी खींची गई है और जमीन पर गिरने के बाद भी पश्चिम बंगाल की पुलिस उन्हें पीटती रही। इसे लेकर हंगामा मच गया और बीजेपी, शिरोमणि अकाली दल सहित तमाम दलों ने पुलिस के इस व्यवहार की निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। यहां तक की क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी ट्वीट कर ममता बनर्जी को टैग करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस की सफाई
मामला तूल पकड़ने के बाद अब पश्चिम बंगाल पुलिस की सफाई सामने आई है। पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा, 'संबंधित व्यक्ति कल के विरोध प्रदर्शन के दौरान हथियार ले जा रहा था। हमारे अधिकारी के साथ हाथापाई में वीडियो में दिखाई दे रहे हैं) पगड़ी अपने आप गिर गई। किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करना हमारा उद्देश्य कभी नहीं रहा है। पश्चिम बंगाल पुलिस सभी धर्मों का सम्मान करती है। अधिकारी ने विशेष रूप से उसे गिरफ्तारी से पहले उस शख्स से अपनी पगड़ी वापस पहनने को कहा। संलग्न फोटो को पुलिस स्टेशन में ले जाने से ठीक पहले क्लिक किया गया है। हम राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।'

बीजेपी ने 84 से की तुलना
भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट करते हुए कहा, 'ममता सरकार द्वारा जिस तरीके से एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी को उतार कर केशों का अपमान किया गया ये देख 84 नरसंहार के दृश्य सामने आ गए। इस देश की आजादी में सबसे ज्यादा बलिदान देने सिख कौम के साथ व्यवहार करने वाली सरकार को 1 मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नही है।'

सिरसा ने ममता से की कार्रवाई की मांग
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कहा है कि इस घटना के पीछे जिम्मेवार पुलिस अफसरों के खिलाफ केस दर्ज कर तुरंत कार्रवाई की जाये। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, 'कोलकाता में सिक्योरिटी ऑफिसर बलविंदर सिंह की पगड़ी खींचकर, सड़क पर घसीट कर बर्बर तरीके से पीटा जाना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। ममता बनर्जी जी से हमारी माँग- दोषी पुलिसवालों के खिलाफ 295A मुकदमा का दर्ज किया जाये और सख़्त सजा दी जाये। इस घटना ने पूरी दुनिया के सिखों के हृदयों को चोट पहुँचाई है। वीडियो देख कर हमें बहुत ही गहरी चोट पहुंची '
 

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