- भारतीय सेना के छह जवानों को शौर्य चक्र से किया गया सम्मानित
- 5 को मरणोपरांत ये सम्मान दिया जा रहा है
- राइफलमैन राकेश शर्मा ने जुलाई 2021 में असम में एक ऑपरेशन में दो विद्रोहियों को मार गिराया था
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सेना के छह जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। ये तीसरा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है। जिन 6 जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है, उनमें से 5 को मरणोपरांत ये सम्मान दिया जा है।
नायब सूबेदार श्रीजीत एम (मरणोपरांत)
17 मद्रास के नायब सूबेदार श्रीजीत एम को जुलाई 2021 में जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान चलाते हुए एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है।
हवलदार अनिल कुमार तोमर (मरणोपरांत)
राजपूत रेजिमेंट के हवलदार अनिल कुमार तोमर को दिसंबर 2020 में जम्मू और कश्मीर में एक कॉम्बैट एक्शन टीम का नेतृत्व करते हुए दो आतंकवादियों को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है।
हवलदार काशीराय बम्मनल्ली (मरणोपरांत)
कोर ऑफ इंजीनियर्स के हवलदार काशीराय बम्मनल्ली को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक बाग के आसपास एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है। हवलदार ने ऑपरेशन के दौरान अपनी टीम के सदस्यों की जान भी बचाई थी।
हवलदार पिंकू कुमार (मरणोपरांत)
जाट रेजिमेंट के हवलदार पिंकू कुमार को एक ऑपरेशन के दौरान भागने के मार्ग को ब्लॉक करते हुए एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपनी जान देने से पहले एक और आतंकवादी को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी (मरणोपरांत)
सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी को जम्मू-कश्मीर में आमने-सामने की मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है। उन्होंने ऑपरेशन के दौरान अपने टीम कमांडर की जान भी बचाई।
राइफलमैन राकेश शर्मा
5 असम राइफल्स के राइफलमैन राकेश शर्मा को जुलाई 2021 में असम में एक ऑपरेशन में दो विद्रोहियों को मारने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
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