- हैदराबाद में महिला डॉक्टर के रेप और बेहद दर्दनाक तरीके से मार डालने वाले आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया
- देश की संसद में भी हैदराबाद एनकाउंटर मामले की गूंज प्रमुखता से गूंजी
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बेहद आक्रामक अंदाज में अपनी बात रखी
- स्मृति के बोलने पर उनके साथ कांग्रेस सांसद द्वारा दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है
नई दिल्ली: स्मृति ईरानी वैसे तो केंद्र सरकार में मंत्री हैं लेकिन वो अपनी मुखर वाणी और आक्रामक कार्यशैली के लिए लोगों में खासतौर पर महिलाओं में अपनी अलग ही पहचान रखती हैं। शुक्रवार को हैदराबाद में महिला डॉक्टर के रेप और बेहद दर्दनाक तरीके से मार डालने वाले आरोपियों को लेकर बहुत बड़ी खबर सामने आई।
देश की संसद में भी इस मामले की गूंज प्रमुखता से गूंजी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बेहद आक्रामक अंदाज में अपनी बात रखी उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर सब को गंभीरता से विचार करना चाहिए लेकिन इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस सांसद ने अपने बाजू भी समेटे और स्मृति ईरानी को हाथ भी दिखाया
वहीं स्मृति के बोलने पर उनके साथ कांग्रेस सांसद द्वारा दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है बताया जा रहा है कि स्मृति ईरानी के बयान के दौरान ही कांग्रेस के टी एन प्रतापन एवं कुछ सदस्य विरोध करते हुए अपनी सीट से उठकर आसन की ओर बढ़ने लगे। सांसद टीएन प्रतापन अपनी सीट से उठकर बेल की तरफ बढ़े और उन्होंने स्मृति ईरानी को चुप होने का इशारा किया, इस दौरान उन्होंने अपने बाजू भी समेटे और स्मृति ईरानी को हाथ भी दिखाया जिसके बाद जोर का हंगामा होने लगा।
स्मृति ईरानी ने इसपर कहा कि कैसे वो उनके साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं साथ ही स्मृति ने कहा कि मैं स्तब्ध हूं। मैं सोमवार को संसद में देखना चाहता हूं कि महिलाओं के हित में बोलने के लिए विपक्ष मुझे कैसे सजा दे रहा है।वह कांग्रेस सदस्यों से यह भी कहते सुनी गयीं कि वे उन पर चिल्ला नहीं सकते। इस बीच स्मृति ईरानी भी अपनी सीट से बाहर निकलकर आई।
इससे पहले, शून्यकाल में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के बयानों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक सदस्य कह रहे थे कि राजनीतिक मुद्दा नहीं है लेकिन उन्होंने महिला सुरक्षा और सम्मान के विषय को भी सांप्रदायिकता से जोड़ दिया जो इससे पहले कभी नहीं हुआ।
ईरानी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के एक सदस्य ने हैदराबाद और उन्नाव की बात की लेकिन माल्दा की बात नहीं की। उनके राज्य में पंचायत चुनाव में बलात्कार की घटनाओं को राजनीतिक हथियार बनाया गया और यहां राजनीति की बात हो रही है। हालांकि अमेठी से भाजपा सांसद ईरानी के बयान पर कांग्रेस के सदस्य विरोध जताने लगे।
वहीं उन्नाव में एक बलात्कार पीड़िता को जलाये जाने की घटना की ओर इंगित करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हम एक तरफ राम मंदिर बनाने वाले हैं दूसरी तरफ देश में 'सीताएं' जलाई जा रही हैं । इस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि बलात्कार जैसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।इस मुद्दे पर स्मृति ईरानी और कांग्रेस के कुछ सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गयी।