- ममता बनर्जी के विशवस्त रहे शुभेंदु अधिकारी ने एमएलए पद से दिया इस्तीफा
- मंत्री पद पर रहते हुए अपनी सरकार की आलोचना करते रहे हैं शुभेंदु
- शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में भी जाने की अटकलें तेज हैं।
कोलकाता। ममता बनर्जी के विशवस्त रहे शुभेंदु अधिकारी ने एमएलए पद से दिया इस्तीफा दे दिया है इसे उन्हें और टीएमसी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे को बड़े घटनाक्रम के तौर पर देखा जा रहा है। उनकी नाराजगी के चर्चे बंगाल में आम था। वो कई दफा पार्टी नेतृत्व की कार्यशैली के खिलाफ तल्ख तेवर सामने रख चुके थे। उन्होंने हाल ही में कोलकाता में मंत्री पद पर रहते हुए बड़ी रैली की जिसमें नेतृत्व पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि किस तरह से पार्टी में योग्य लोगों को दरकिनार किया जा रहा है।
क्या शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल होंगे
इस तरह की अटकलें हैं कि शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन इस सवाल के जवाब में ममता सरकार में मंत्री फ़रहाद हकीम ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वो क्या करेगा। लेकिन हम गांधीवाद के साथ बड़े हुए हैं और हम इसे जारी रखना चाहते हैं। गांधीवाद का अनुसरण करने वाला कोई गांधीवाद का अनुसरण कैसे कर सकता है? मुझे विश्वास नहीं है कि वह ऐसा कुछ भी करेंगे।
टीएमसी कार्यकर्ता महसूस कर रहे हैं घुटन
शुभेंदु अधिकारी के एमएलए पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा कि उनके इस्तीफे से एक बात तो साफ है कि टीएमसी के कार्यकर्ता अब उस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। टीएमसी कार्यकर्ता भी खुली हवा में सांस लेना चाहते है। शुभेंदु के इस्तीफे से एक बात साफ है कि बंगाल बड़े बदलाव के लिए उत्सुक है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी का क्या है कहना
पश्चिम बंगाल के बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष यह तो होना ही था। कई विधायक इससे पहले भी टीएमसी छोड़ चुके थे और हमारी पार्टी में शामिल हो गए थे। TMC में लोगों के लिए कोई लोकतंत्र या सम्मान नहीं है। जो लोग बंगाल में बदलाव में शामिल होना चाहते हैं और इसके विकास में योगदान करना चाहते हैं, वे टीएमसी छोड़कर हमारे साथ आ रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि अफवाहें हैं और लोग भी उसी की उम्मीद कर रहे हैं। घटनाओं की श्रृंखला उस ओर बढ़ रही है। हम इंतजार कर रहे हैं, यह तय करना उसके ऊपर है कि वह क्या करना चाहता है: