- उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा 8118 हुआ
- राज्य में अभी तक दो करोड़ 18 लाख नमूनों की जांच की गई है
- कोरोना वैक्सीन को लेकर भी राज्य में तैयारियां चल रही हैं
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 के महीनों में प्रस्तावित कोविड-19 टीकाकरण के मद्देनजर महानिदेशालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं। 15 दिसंबर, 2020 के एक विभागीय नोटिस में कहा गया कि प्रस्तावित कोरोना वायरस टीकाकरण के दौरान महानिदेशालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग की आवश्यकता होगी।
नोटिस में कहा गया है, 'स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के तहत काम करने वाला हर कोई इस तथ्य से अवगत है कि कोविड-19 महामारी अभी भी दुनिया भर के लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है और इसके प्रसार को रोकने के लिए दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है। इसी क्रम में दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 के महीनों में कोविड-19 टीकाकरण है, जिसके दौरान हर अधिकारी और कर्मचारी के सहयोग की आवश्यकता है।' इसमें आगे लिखा है, 'इसलिए, यह विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है कि ठेका श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों सहित महानिदेशालय के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा ली जाने वाली छुट्टियों को रद्द किया जा रहा है।'
वैक्सीन को लेकर तैयारी जारी
ACS, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने बताया, 'वैक्सीन के संबंध मे सभी तैयारियां की जा रही हैं। कोल्ड चेन के उपकरणों की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो रही है। भारत सरकार की प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने का कार्य किया जाएगा। कोविड वैक्सीन के भण्डारण के साथ-साथ वैक्सीन लक्षित समूहों को लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही वैक्सीन के लिए तकनीकी लोगों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण देने का कार्य पूर्ण हो चुका है।'
प्रदेश में 2.03 लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम
शुरूआत में प्रदेश में तीन चरणों में कोविड का टीकाकरण किया जाएगा। जिसके तहत प्रथम चरण में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का टीकाकरण अस्पतालों में किया जाएगा। दूसरे चरण में नगर निगम, फौज, पुलिस कर्मियों के बाद तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीकाकरण किया जाएगा। प्रदेश में 1 लाख 23 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था कर ली गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) यूपी के जीएम (टीकाकरण) डॉ मनोज शुक्ला ने बताया कि प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वांइट तैयार किए गए हैं। अभी तक सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पांच लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए कमरें बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में हम लोग 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं।
राज्य में कोरोना से 8000 से ज्यादा मौतें
10 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अब हम कोरोना पर अंतिम विजय की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मुझे लगता है कि अगले एक महीने के अंदर हमारे पास वैक्सीन आ गई होगी। अब मैं आपसे कह सकता हूं कि उत्तर प्रदेश ने सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद कोरोना पर सबसे बेहतरीन नियंत्रण स्थापित किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 17,801 सक्रिय कोविड-19 मामले हैं, 5,43,344 मरीज ठीक हो गए हैं और 8118 लोगों की मौत हुई है।