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Tablighi Jamaat: निजामुद्दीन मरकज में आए जमात के करीब 2550 विदेशी नागरिकों के भारत आने पर 10 साल का प्रतिबंध

Updated Jun 04, 2020 | 18:11 IST

Ban on Foreign Tablighi Jamaati निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 2550 विदेशियों पर भारत में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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विदेशी तब्लीगी जमात के उपस्थित लोगों पर पहले भी वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए थे
मुख्य बातें
  • मार्च महीने में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था
  • 910 आरोपियों के वीजा केंद्र सरकार रद्द कर चुकी है
  • दिल्ली पुलिस अब 47 चार्जशीट अदालत में पेश कर चुकी है

नई दिल्ली: 2550 से अधिक तब्लीगी जमातियों के भारत में प्रवेश पर 10 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।विदेशी तब्लीगी जमात के उपस्थित लोगों पर पहले भी वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए थे और एमएचए ने उनके वीजा को रद्द कर दिया था और उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया था।

13 मार्च को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन में बंगलेवाली मस्जिद में एक बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। अभी मई महीने के आखिर में दिल्ली पुलिस 12 और नई चार्जशीट दाखिल कर दी थीं। इन चार्जशीटों में भी 3 देशों के करीब 536 उन लोगों को आरोपी बनाया गया था, जो मरकज तबलीगी पहुंचे थे। बाद में इनके चलते देश में कोरोना जैसी महामारी फैलाने का काम किया।

तबलीगी जमात पहुंचने वाले जिन 541 विदेशी मेहमानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच चार्जशीट फाइल कर दी थी, वे सब तीन अलग अलग देशों के हैं। दिल्ली पुलिस अब 47 चार्जशीट अदालत में पेश कर चुकी है। इन 47 चार्जशीट में 35 देश के 910 विदेशियों को आरोपी बनाया जा चुका है।

910 आरोपियों के वीजा केंद्र सरकार रद्द कर चुकी है

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक, इन सभी 910 आरोपियों के वीजा केंद्र सरकार रद्द कर चुकी है। साथ ही इन सभी को सरकार ने ब्लैकलिस्ट में भी डाल दिया है। सभी आरोपियों पर महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने और संक्रमण फैलाने का आरोप है।दिल्ली पुलिस द्वारा दायर चार्जशीटों में इस बात का भी उल्लेख है कि इन सभी आरोपियों ने धारा 144 का भी उल्लंघन किया है। साथ ही सबने मिलकर क्वारंटाइन कानून की भी धज्जियां उड़ाई हैं।

क्राइम ब्रांच ने पिछले महीने दिल्ली की एक अदालत को बताया था कि,' उन्होंने टूरिस्ट वीजा पर भारत में प्रवेश किया और मरकज के कार्यक्रम में भाग लिया और वीजा प्रावधानों का उल्लंघन करने के अलावा, उन्होंने एक ऐसी स्थिति का भी नेतृत्व किया जहां एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी फैल गई औरआम जनता के जीवन को भी खतरे में डाल दिया।'

निजामुद्दीन मरकज कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया था

13 मार्च को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन में बंगलेवाली मस्जिद में एक बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।गृह मंत्रालय ने अन्य राज्यों की पुलिस से वहां रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम व विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा था।निजामुद्दीन मरकज में विदेश से तमाम जमातियों के आने का सिलसिला लगा ही रहता है, इनमें  अमेरिका, फ्रांस और इटली,मलेशिया,बांगलादेश सहित कई विदेशी मुल्कें के नागरिक शामिल हैं। 

निजामुद्दीन मरकज कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया था एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया कि तब्लीगी जमात के सदस्यों ने देश के तमाम राज्यों में कोरोना संक्रमण फैला दिया था।  
 

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