चेन्नई: पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने जा रहे द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने रविवार को राज्य के लोगों को उनकी पार्टी को जीत दिलाने को लेकर धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके लिए ईमानदारी से काम करेंगे।निर्वाचन आयोग के शाम साढ़े छह बजे के आंकड़े के हिसाब से द्रमुक कुल 234 सीटें में से 122 पर आगे चल रही है बाकि उसने दो सीटें जीत ली है।
अन्नाद्रमुक 74 सीटों पर आगे है और उसने दो सीटें जीती हैं।द्रमुक के सहयोगी दल कांग्रेस 17, भाकपा और माकपा दो-दो तथा विदुथलई चिरूथैगल काच्चि तीन सीटों पर आगे चल रही है।
अतीत में द्रमुक 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है।
स्टालिन ने एक बयान में कहा कि लोगों ने यह अहसास करके अपना भारी जनसमर्थन दिया है कि यदि द्रमुक सत्ता में आयी तो उनका कल्याण सुरक्षित रहेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने चुनाव परिणाम को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन को रविवार को बधाई दी।
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DMK स्टालिन के नेतृत्व में ही चुनावी मैदान में उतरी थी
गौर हो कि डीएमके इस बार स्टालिन के नेतृत्व में ही चुनावी मैदान में उतरी थी डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन कोलाथुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री रहे एम करुणानिधि की पार्टी डीएमके पिछले 10 वर्षों से प्रदेश की मुख्य विपक्षी दल रही है।
10 सालों से एआईएडीएमके का सत्ता पर कब्जा
तमिलनाडु की सत्ता पर पिछले 10 वर्षों से एआईएडीएमके काबिज रही है,साल 2011 के विधानसभा चुनाव में जयललिता के नेतृत्व में सत्ता में लौटी एआईएडीएमके 2016 में अपनी सत्ता बरकरार रखने में सफल रही थी मगर उसी साल जयललिता का निधन हो गया बाद में मुख्यमंत्री का पद ओ पन्नीरसेल्वम को मिला बाद में ई पलानीस्वामी को सीएम बना दिया गया था।