- नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
- अकाली दल के विधायक पवन कुमार टीनू ने कहा कि बीजेपी के लिए कुछ नहीं किया तो कांग्रेस के लिए वह क्या करेगा।
- बसपा के पंजाब चीफ जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू दीवाली का गट्ठा पटाखा है जो अपने घर में ही फट गया।
नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार (28 सितंबर) को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू ने इसी साल जुलाई में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला था। सिद्धू को किस वजह से पंजाब कांग्रेस प्रमुख का पद छोड़ा है अभी पता नहीं चल पाया है। उनके इस्तीफे बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि मैंने आपसे कहा था कि वह स्थिर व्यक्ति नहीं है और सीमावर्ती राज्य पंजाब के लिए वह उपयुक्त नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता व जालंधर से विधायक पवन कुमार टीनू और बसपा के पंजाब प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने भी सिद्धू पर कटाक्ष किया।
अकाली दल के विधायक पवन कुमार टीनू
जालंधर से शिरोमणि अकाली दल के विधायक पवन कुमार टीनू ने कहा कि सिद्धू कांग्रेस का कबाड़ा करने आए थे और वह अपना काम करके दिखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा सिद्धू का कोई भी स्टैंड नहीं है और मैं पहले ही बोल चुके हैं कि सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने प्रधान कैसे बनाया। 14 साल बीजेपी में रहकर उसने बीजेपी के लिए कुछ नहीं किया तो कांग्रेस के लिए वह क्या करेगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में कहा कि अमित शाह से क्या मीटिंग करते हैं इसके बारे में मीटिंग के बाद ही है कुछ टिप्पणी कर पाएंगे।
बसपा के पंजाब प्रमुख जसवीर सिंह गढ़ी
बसपा के पंजाब चीफ जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू दीवाली का गट्ठा पटाखा है जो अपने घर में ही फट गया और कांग्रेस पार्टी को ले डूबेगा। उन्होंने कहा कि इसके बारे में मैं पहले से ही बोल चुके थे कि सिद्धू कांग्रेस पार्टी के लिए घातक साबित होंगे और वही हुआ है। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू गाइडेड मिसाइल है। उन्होंने पहले बीजेपी का नुकसान किया और अब कांग्रेस पार्टी का नुकसान कर रहे हैं।
सिद्धू ने इस्तीफे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं। उन्होंने लिखा कि इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।