हैदराबाद : चीन में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है, जहां इस जानलेवा संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,835 हो गई है, जबकि इस संक्रमण के 79,251 मामले सामने आए हैं। यह संक्रामक वायरस चीन की सीमा को पार कर अन्य देशों में भी फैल रहा है। कोरोना वायरस के मामले को सामने आए दो माह से अधिक वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि यह वायरस किस वजह से फैला। न ही अब तक इसका कोई सटीक उपचार ढूंढ़ा जा सका है। इस बीच खानपान के तौर-तरीकों को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं और नॉनवेज खाने से इसके तार भी ढूंढ़े जा रहे हैं।
नॉनवेज को लेकर बैठा मन में खौफ
कोरोना वायरस के सामने आने के बाद कई शुरुआती रिपोर्ट्स में इसके तार नॉनवेज से जोड़ने की अटकलों के बीच आम लोगों में भी इसका खौफ बैठ गया है कि कहीं वास्तव में यह वायरस नॉनवेज खाने से ही न फैलता हो। इसे देखते हुए बहुत से लोगों ने नॉनवेज से दूरी बना रखी है। हालांकि सरकार और विशेषज्ञों की ओर से इस बारे में बार-बार स्पष्ट किया गया है कि कोरोना वायरस का संबंध किसी भी तरह से नॉनवेज खाने से नहीं है। हां, इसे सही तरीके से पकाने की सलाह जरूर दी जाती रही है। लोगों की इन्हीं चिंताओं के बीच तेलंगाना सरकार के एक मंत्री ने इस गफलत को दूर करने के लिए अनूठा तरीका ढूंढ़ निकाला।
तेलंगाना के मंत्री ने ढूंढा अनूठा तरीका
तेलंगाना सरकार में आईटी, इंडस्ट्रीज मंत्री केटी राम राव ने नॉनवेज खाने से कोरोना वायरस फैलने की लोगों की आशंकाओं के बीच एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने अपने सहगियों के साथ सार्वजनिक रूप से चिकन खाकर लोगों को यह संदेश देने का प्रयास किया कि अगर इसे सही तरीके से साफ-सफाई के साथ और पकाकर खाया जाए तो इसमें कोई हर्ज नहीं है। केटीआर के ट्विटर हैंडल पर उस कार्यक्रम की तस्वीरें भी हैं, जिसमें वह सार्वजनिक तौर पर कई लोगों के साथ बड़े चाव से चिकन खाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें लोगों ने चिकन का स्वाद लिया।
केंद्रीय मंत्री दे चुके हैं सफाई
इससे पहले केंद्रीय पशुपाल मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से भी बताया गया था कि पोल्ट्री उत्पादों का कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है और ये पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसलिए लोग बेफिक्र होकर इन्हें खा सकते हैं। मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि दुनिया में कहीं भी कोरोना वायरस का पोल्ट्री उत्पादों से कोई संबंध निकलकर सामने नहीं आया है। इस संबंध में जो भी बातें सामने आ रही हैं, वे फवाह व मनगढंत हैं और लोगों को इन पर ध्यान नहीं देना चाहिए। पशुपालन मंत्रालय की ओर से यह प्रतिक्रिया उन अफवाहों के बीच आई थी, जिनमें पॉल्ट्री चिकन से कोरोना वायरस फैलने की बात कही गई थी और इसे बेहद खतरनाक बताया गया था।