नई दिल्ली : चीन में कोरोना वायरस के कारण संकट गहराता जा रहा है। इस जानलेवा वायरस की चपेट में आकर जहां 1,011 लोगों की जान चली गई है, वहीं 42,200 से अधिक संक्रमित हैं। इस वायरस का असर भारत सहित दुनिया के 28 देशों में देखा जा रहा है। इस बीच खान-पान को लेकर भी कई तरह की बातें सामने आ रही हैं, जिनमें लोगों को नॉनवेज खाने को लेकर भी आगाह किया जा रहा है।
पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि कोरोना वायरस के कारण गहराते संकट के बीच चीन में सरकार ने लोगों को नॉनवेज की जगह साग-सब्जियां और फल खाने की सलाह दी है। इसकी वजह इन अनुमानों को बताया गया, जिसके मुताबिक चीन में दिसंबर 2019 में इस वायरस की शुरुआत हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान के एक लोकप्रिय सी-फूड मार्केट से हुई और आगे चलकर यह इंसानों से इंसानों में फैलने लगा।
भारत में भी कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद खानपान को लेकर एहतियात बरने की सलाह दी जा रही है। पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों से भी कहा गया है कि वे अगले आदेश तक मेस में नॉनवेज की बजाय पनीर, खीर जैसी चीजें खाएं। अब पॉल्ट्री चिकन को लेकर भी कई बातें सामने आ रही हैं, जिनमें इसे खाना खतरनाक बताया जा रहा है।
पोल्ट्री चिकन को लेकर इन अफवाहों पर अब सरकार ने सफाई दी है। केंद्र में पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने ऐसी बातों को मनगढ़ंत करार देते हुए कहा कि ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। उन्होंने यह भी कहा कि पोल्ट्री उत्पादों का कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है और ये चिकन पूरी तरह सुरक्षित हैं। पशुपालन मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया कि लोग बेफिक्र होकर पोल्ट्री चिकन खा सकते हैं।
मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि दुनिया में कहीं भी कोरोना वायरस का पोल्ट्री उत्पादों से कोई संबंध निकलकर सामने नहीं आया है और यह वायरस पोल्ट्री बर्ड या पोल्ट्री उत्पाद से किसी व्यक्ति में नहीं फैला। इस संबंध में बढ़ती अफवाहों पर लगाम लगाने और लोगों को जागरूक करने के लिए पशुपालन मंत्रालय की ओर से उच्च अधिकारियों को लोगों के लिए एक पत्र जारी करने को भी कहा गया है।