- जिलों के अलावा कई राज्य भी ऐसे हैं, जहां पर वैक्सीनेसन का कवरेज कम है।
- देश में अक्टूबर तक 106 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें से 55 फीसदी आबादी ऐसी है जिसे कम से कम एक डोज लगी है।
- सरकार का 31 दिसंबर 2021 तक देश की सभी वयस्क आबादी को दोनों डोज लगाने का लक्ष्य है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 नवंबर को देश के 40 से ज्यादा जिले में कम वैक्सीनेशन कवर को देखते हुए मीटिंग करने वाले हैं। ये मीटिंग उन जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंन्सिंग के जरिए की जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार, ये जिले झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय सहित दूसरे राज्यों में स्थित है। मीटिंग के तहत उन जिलों को शामिल किया गया है जिनमें 50 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है।
इन जिलों में हुआ कम वैक्सीनेशन
प्रधानमंत्री कार्यालय ने हालांकि जिले के आधार पर डिटेल नहीं जारी की है। लेकिन कोविड-19 डॉट ओआरजी के 31 अक्टूबर तक के आंकड़े देखे जाय, तो झारखंड में ऐसे सबसे ज्यादा जिले हैं, जहां पर 50 फीसदी से कम लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगी है। इसके तहत धनबाद, पश्चिमी सिंहभूम, देवघर, गुमला, गिरीडीह, गढ़वा, लोहरदगा, लातेहार, साहिबगंज, पलामू, पाकुड़ जिले शामिल हैं।
इसी तरह महाराष्ट्र में यवतमाल, औरंगाबाद, अमरावती, बुलढाणा, अकोला,नांदरबार जिले हैं जहां पर 50 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है। यूपी में मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बदायूं जिलों में भी कम वैक्सीनेशन हुआ है। इसी तरह बिहार में पश्चिमी चंपारण, औरंगाबद,मधुबनी, अररिया, सीतामढ़ी जिले हैं। जहां पर वैक्सीनेशन की रफ्तर दूसरे जिलों की तुलना में धीमी है। सबसे कम वैक्सीनेशन पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में हुआ है। इस लिस्ट में नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय के 25 से ज्यादा जिले हैं।
इन राज्यों में 50 फीसदी से कम वैक्सीनेशन
जिलों की तरह देश के कई राज्य हैं, जहां पर 50 फीसदी से कम लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगी है। इसमें सबसे पीछे नागालैंड है। कोविड-19 डॉट ओआरजी के आंकड़ों के अनुसार 31 अक्टूबर तक नागालैंड की 21.5 लाख आबादी से केवल 7.1 लाख लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगी है। इसी तरह मेघालय, मणिपुर, झारखंड,बिहार, यूपी में 50 फीसदी से कम आंकड़ा है।
31 दिसंबर तक पूरी वयस्क आबादी को 2 डोज का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने 31 दिसंबर 2021 तक देश की पूरी वयस्क आबादी को 2 डोज देने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में 40 से ज्यादा जिले और कम से कम 5 राज्य ऐसे हैं, जहां पर 50 फीसदी के कम आबादी को कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगी है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 नवंबर की बैठक बेहद अहम होने वाली है। क्योंकि अभी 31 अक्टूबर तक देश में 1.06 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई चुकी है। इसके तहत करीब 55 फीसदी आबादी को कम से कम एक डोज और दोनों डोज 25 फीसदी आबादी को लगाई जा चुकी है। इसके अलावा अक्टूबर में वैक्सीनेसन की रफ्तार भी घटी है। सितंबर में जहां 24 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई गई थी। जबकि अक्टूबर में यह केवल 17 करोड़ लोगों को लगी है। ऐसे में सरकार को 31 दिसंबर का टारगेट पूरा करने के लिए अगले दो महीने में कम से कम 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगानी होगी।