- शिमला, मनाली, मसूरी में कोरोना प्रोटोकाल का लोगों ने नहीं किया है पालन
- मास्क न पहनने और नियमों का पालन न करने पर पीएम मोदी ने चिंता जाहिर की
- गृह सचिव ने मुख्य सचिवों से कोरोना उपायों को सख्ती से लागू कराने को कहा है
नई दिल्ली : पर्यटन स्थलों एवं बाजारों में मास्क न पहनने और कोविड उचित व्यवहार के उल्लंघन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चिंता जाहिर किए जाने के एक दिन बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यों को एडवाइजरी जारी की। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की ओर से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेश के मुख्य सचिवों एवं प्रशासन को जारी गाइडलाइन में कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालने कराने का निर्देश दिया गया है। केंद्र सरकार ने राज्यों से कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और भीड़भाड़ वाली जगहों को नियंत्रित करने के लिए कहा है। एडवाइजरी में राज्य सरकारों से कोविड-19 का प्रबंधन सही तरीके से सुनिश्चित कराने की परामर्श दी गई है।
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टैंसिंग का उल्लंघन
कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद राज्यों ने अपने यहां प्रतिबंधों में छूट दी है जिसके बाद पर्यटन स्थलों, बाजारों, मॉल्स, परिवहन के साधनों में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसा पाया गया है कि इन जगहों पर सोशल डिस्टैंसिंग सहित कोविड उचित व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं। हाल के दिनों में कोरोना वायरस का रिप्रडक्शन रेट में वृद्धि हुई है। इस पर सरकार ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि यह स्वीकार्य नहीं है। इसे देखते हुए राज्यों से कहा गया है कि वे कोरोना प्रबंधन के उपायों को सख्ती से लागू करें।
पीएम ने कहा-कोरोनी की लहर खुद नहीं आती
शिमला, मनाली, मसूरी, धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों पर लोग बिना मास्क के नजर आए हैं। इन जगहों पर सोशल डिस्टैंसिंग का उल्लंघन भी हुआ। इस पर पीएम ने मंगलवार को चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि कोरोना की कोई लहर अपने आप नहीं आती। कोई उसे लेकर आता है। हमारा पूर जोर कोरोना की तीसरी लहर आने से रोकने पर होना चाहिए। पीएम ने लोगों से कोविड उचित व्यवहार का पालन करने की अपील की।
देश में तीसरी लहर आने की है आशंका
देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इस तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकारें अपनी तैयारी कर रही हैं। देश में कोरोना टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है। पूर्वोत्तर के राज्यों में कोरोना के मामलों में कमी नहीं आई है, इस पर पीएम ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं करने पर स्थिति फिर से बिगड़ सकती है।