- बिहार में एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बन गई है।
- बीजेपी से गठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा।
नीतीश कुमार बिहार में ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर आरजेडी के सरकार बना ली। इस बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज 'पलटुराम' बन गया 'कल्टुराम'। लालू यादव ने उन्हें (नीतीश कुमार) बधाई दी। लालू यादव ने एक बार ट्वीट किया था कि वह सांप हैं। जैसे सांप अपनी खाल उतारता है, उसी तरह वह अपना गठबंधन छोड़ता है और हर दो साल में एक नया बना लेता है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण करने के बाद बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव के बारे में चिंता करनी चाहिए। नीतीश कुमार ने आज 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी शपथ ली जो नई सरकार में डिप्टी सीएम होंगे। शपथ ग्रहण के बाद नीतीश ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी तरफ से जदयू को हराने की कोशिश हुई। हम तो मुख्यमंत्री बनना भी नहीं चाहते थे। दबाव बनाया गया...क्या-क्या हुआ वो आप लोग देख रहे थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे तो उन्होंने कहा कि मेरी कोई दावेदारी नहीं है। इस प्रश्न पर कि क्या वह देश में अब विपक्ष की राजनीति को मजबूत करेंगे, नीतीश ने कहा कि पूरे तौर पर करेंगे। एक बार पहले भी किया था । हम चाहेंगे कि सभी लोग मिलकर पूरी तरह से मजबूत हों... कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष खत्म हो जाएगा तो हमलोग भी अब आ ही गए हैं विपक्ष में। उन्होंने कहा कि जिनको 2014 में (जीत) मिली, अब उन्हें 2024 के बारे में चिंता करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने भाजपा निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग 2014 में आए, वे 2024 के आगे रह पाएंगे या नहीं ? यह पूछे जाने पर कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी में क्या अंतर है, उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल जी और उस समय के अन्य लोग कितना प्रेम करते थे, वह कभी हम भूल सकते हैं क्या? उस समय की बात अलग थी। अपने पूर्व सहयोगी आरसीपी सिंह का नाम लिए बगैर पर उन पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि एक आदमी को जिम्मा दे दिए। उस आदमी से पूछिए। वह पार्टी के साथ रहने की बजाय कहीं और चले गए।