श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में लाल चौक के प्रेस एन्क्लेव में पहली बार तिरंगा लहराया गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब श्रीनगर के लाल चौका स्थित प्रेस एन्क्लेव में तिरंगा फहराया गया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से इसकी एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें प्रेस एन्क्लेव पर तिरंगा नजर आ रहा है।
कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया जाना हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। आतंकवाद के खिलाफ घाटी में भारत की मजबूत पकड़ के लिहाज के भी यह बेहद अहम रहा है। लाल चौक पर तिरंगा फहराने का एक वाकया 26 जनवरी, 1992 को भी हुआ था, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में गणतंत्र दिवस के अवसर पर वहां झंडा फहराया गया था।
एकता यात्रा के बाद 1992 में फहराया गया था तिरंगा
साल 1992 में श्रीनगर के लाल चौक पर झंडा फहराने वाले बीजेपी नेताओं की उस टीम में मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। बीजेपी ने इससे पहले दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से 'एकता यात्रा' की शुरू की थी, जो कई राज्यों से होते हुए कश्मीर पहुंची थी। यह यात्रा कई राज्यों से होकर गुजरी थी, जिसका मकसद यह संदेश देना था कि कश्मीर को अलग नहीं होने दिया जाएगा और तिरंगे को हर जगह उचित सम्मान मिले।
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त करने के केंद्र सरकार के 5 अगस्त, 2019 के फैसले के बाद यहां तिरंगा लहराए जाने की चर्चाओं एक बार फिर जोर पकड़ा था। लेह के सांसद जामयांग सेरिंग नांग्याल ने अगस्त 2020 में अपने एक ट्वीट में कहा था कि जो लाल चौक कभी खानदानी सियासत व जिहादी ताकतों का प्रतीक था, अब राष्ट्रवाद का ताज बन चुका है।