- दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने की मुलाकात
- 'सीएए, एनपीआर से देश के नागरिकों को किसी तरह का खतरा नहीं'
- महाविकास अघाड़ी में किसी तरह के मतभेद से किया इनकार
नई दिल्ली। गद्दी संभालने के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे औपचारिक तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। वैसे तो यह औपचारिक मुलाकात है। लेकिन महाविकास अघाड़ी सरकार में खींचतान के बीच यह मुलाकात अहम है। पीएम से मिलने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के मुद्दों के साथ साथ सीएए, एनपीआर और शाहीन जैसे विषय भी चर्चा में शामिल रहे।
पीएम से मिलने के बाद उन्होंने जो बयान दिया वो गौर करने लायक है मसलन सीएए, से देश के किसी भी नागरिक को खतरा नहीं है, एनपीआर, जनगणना से जुड़ा है लिहाजा इससे भी दिक्कत नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि इन्ही विषयों पर कांग्रेस और एनसीपी को परेशानी है, इन दलों के नेताओं का कहना है कि यह महाविकास अघाड़ी का स्टैंड नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के शाहीनबाग का भी जिक्र किया। उन्होंने ट्वीट में कहा कि जो लोग धरने पर बैठे हुए हैं उन्हें भड़काया जा रहा है। इसके साथ ही कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं उनसे मिलने की जरूरत है कि आखिर विरोध की वजह क्या है, पहले यह तो स्पष्ट होना चाहिए। इस विषय पर नेताओं को भी समझने की आवश्यकता है।
शाहीन बाग इलाके में कांग्रेस के नेताओं की मौजूदगी और समर्थन के बारे में जब उद्धव से सवाल किया गया तो वो राजनीतिक चतुराई के साथ कहा कि वो दिल्ली में तो रहते नहीं हैं लिहाजा यह बता पाना संभव नहीं है कि कौन गया क्यों गया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र है तो किसी भी विषय पर लोगों को विरोध करने का हक है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं हो सकता है कि आप विषय को समझने की कोशिश न करें।