ऋषिकेश: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट जिनका सोमवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था उनका अंतिम संस्कार आज उत्तराखंड के ऋषिकेश के फूलचट्टी में गंगा घाट पर आज सुबह नौ बजकर 10 मिनट पर पूरे विधि विधान के साथ किया गया, उनके बड़े बेटे मानवेंद्र सिंह बिष्ट ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में बेहद कम संख्या में लोग उपस्थित रहे। योगी आदित्यनाथ की अपील के अनुसार, पिता का अंतिम संस्कार लॉकडाउन का पालन करते हुए बेहद सादगी से हुआ। केंद्रीय भाजपा से दो नेता और यूपी भाजपा से भी दो नेता अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फूलचट्टी गंगातट, पौड़ी गढ़वाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता व समाजसेवी स्व. श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के अंतिम संस्कार में शामिल होकर पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री आनंद सिंह जी जैसे समाजसेवी की कमी प्रदेश को हमेशा खलेगी, इनके द्वारा समाज के प्रति किए गए कार्यों को सदैव याद रखा जाएगा। परमपिता परमेश्वर शोकाकुल परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
फूल चट्टी में अंतिम दर्शन के दौरान उपस्थित रहने वाले लोगों में राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, स्वामी रामदेव, विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मदन कौशिक, धन सिंह रावत, भाजपा उत्तराखंड के संगठन मंत्री अजेय, उत्तर प्रदेश के एडिशनल रेजिडेंट कमिश्नर सौम्य श्रीवास्तव, योगी आदित्यनाथ के ओएसडी राज भूषण सिंह रावत, स्वामी चिदानंद, अरविंद मेनन, अश्वनी त्यागी, भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता डॉ चन्द्र मोहन, ब्रजेश पुंडीर थे।
योगी आदित्यनाथ के पिता AIIMS में थे भर्ती
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद बिष्ट का सोमवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया था। एम्स के प्रवक्ता ने बताया कि 87 वर्षीय बिष्ट यकृत की बीमारी से पीड़ित थे। उन्हें उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एम्स से 13 मार्च को दिल्ली स्थित एम्स के गेस्ट्रो विभाग में भर्ती कराया गया था।
सीएम योगी नहीं पहुंचे अंतिम दर्शन को
मुख्यमंत्री योगी ने एक बयान में कहा, 'अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, लेकिन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्य बोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया।' उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन को सफल बनाने और महामारी को परास्त करने की रणनीति के चलते 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में भाग नहीं ले पा रहा हूं।'
सीएम योगी को जब पिता के निधन की खबर मिली तो ले रहे थे अहम बैठक
मुख्यमंत्री कोरोना वायरस संकट पर अधिकारियों के साथ बैठक में थे, जब उन्हें पिता के निधन की सूचना मिली। लेकिन उन्होंने कोर टीम के अधिकारियों साथ बैठक जारी रखी।उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर ने बताया, 'सोमवार की सुबह 10 बजे से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कोविड-19 के कोर ग्रुप के अधिकारियों की बैठक हो रही थी, उसी बीच उन्हें सूचना मिली कि उनके पिता का निधन हो गया लेकिन इसके बाद भी वह बैठक करते रहे और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देने के बाद ही बैठक से उठे।'
सीएम योगी की मौसी को लॉकडाउन के कारण उतराखण्ड सीमा पर रोका गया
इस बीच, प्रदेश के सहारनपुर से प्राप्त एक खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी के पिता के निधन की सूचना पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके गांव जा रही उनकी मौसी को लॉकडाउन के कारण उतराखण्ड सीमा पर रोक लिया गया जिसके कारण उन्हें वापस सहारनपुर वापस लौटना पड़ा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मौसेरे भाई कवीन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि हालांकि इस बारे में जानकारी होने पर सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने वाहन की व्यवस्था करायी।