- डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने डाक्टरों को तय समय पर ओपीडी में पहुंचे निर्देश दिए
- नियमित राउंड न करने वाले डॉक्टर नपेंगे
- समय से अस्पताल न पहुंचने वाले डॉक्टरों की अफसर करें निगरानी
जहां एक तरफ आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कल्याण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर देते हुए कहा कि हमने पांच साल में 35 मेडिकल कॉलेज बनाए वहीं दूसरी ओर उत्तरप्रदेश के स्वास्थ्य मानती ब्रजेश पाठक ने डॉक्टरों को लेट लतीफी के लेकर जोरदार फटकार लगाई है।
सरकारी अस्पताल में अब लेटलतीफ डॉक्टरों पर और शिकंजा कसेगा
डिप्टी सीएम ने ऐसे लापरवाह डॉक्टरों को चेतावनी दी है कि वे समय पर ओपीडी में पहुंचे। तय समय पर ओपीडी में न बैठने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी। अस्पताल के निदेशक और सीएमएस लेटलतीफ डॉक्टरों की निगरानी करें। लापरवाह डॉक्टरों की नोटिस जारी कर सूची तैयार करें। सोमवार को यह निर्देश डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिए।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ओपीडी तय समय सुबह आठ बजे खुल जाएं
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के साफ कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ओपीडी तय समय सुबह आठ बजे खुल जाएं। जबकि पर्चा काउंटर कुछ समय पहले बनाए जाएं। ताकि तय समय पर ओपीडी का संचालन हो सके। वहीं डॉक्टर भी आठ बजे से मरीज देखें। यदि किसी विभाग में दो या इससे अधिक डॉक्टर हैं तो एक डॉक्टर जरूरी ओपीडी में बैठे। दूसरे डॉक्टर भर्ती मरीजों को राउंड लेकर देंखे। दो बजे से पहले ओपीडी से उठने वाले डॉक्टरों की सख्ती से निगरानी की जाए।
शाम को भर्ती मरीज जरूर देखें
मरीजों को किसी भी दशा में असुविधा नहीं होनी चाहिए। यदि मरीज को दिक्कत होगी तो इसकी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन की होगी। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि डॉक्टर शाम को भर्ती मरीज को एक बार जरूर देखें। सुबह-शाम डॉक्टर की सलाह मिलने से मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सकेगा।