- यकीन ही नहीं हुआ कि मैं दुनिया के सबसे श्रेष्ठ नेता से बात कर रहा हूं- उस्मान सैफी
- प्रधानमंंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान की थी कुछ छात्र-छात्राओं से बात
- उस्मान सैफी ने इसी साल बोर्ड परीक्षा में अर्जित की थी शानदार सफलता
अमरोहा (उत्तर प्रदेश): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम क के दौरान बोर्ड एग्जाम्स में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कुछ छात्र-छात्राओं से बात की। इन्हीं में से एक हैं उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के रहने वाले उस्मान सैफी जिन्होंने इस साल 12 की बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर पूरे प्रदेश में नौंवा स्थान हासिल किया। उस्मान को अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उसकी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात हुई थी।
बयां नहीं कर सकता खुशी
एएनआई से बात करते हुए उस्मान ने कहा, 'मैं इतना खुश हूं कि इसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री ने मुझे वैदिक गणित सीखने और अपने दोस्तों को सिखाने की सलाह दी। मैं विश्वास नहीं कर पा रहा था कि मैं दुनिया के सबसे शानदार नेता से बात कर रहा हूं।' दरअसल रविवार को प्रधानमंत्री ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों के युवाओं से बातचीत की, जिन्होंने हाल ही में अपनी बोर्ड परीक्षा दी है।
वैदिक मैथ्स के बारे मे बताया था
उस्मान से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें वैदिक गणित के बारे में भी बताया और कहा कि इसकी ऑनलाइन क्लास चलती है। पीएम ने कहा, 'आप देखिये, आप बहुत सारे आपके दोस्तों को लगेगा जैसे आप जादूगर हैं क्योंकि कंप्यूटर की स्पीड से आप गिनती कर सकते हैं वैदिक मैथमैटिक्स की| बहुत सरल टैक्नीक्स हैं और आजकल वो ऑनलाइन पर भी उपलब्ध होते हैं | '
पीएम ने कही थी ये बात
मन की बात के दौरान पीएम मोदी कुछ स्कूली छात्र- छात्राओं से बातचीत की और कहा, 'हमारा देश बदल रहा है | कैसे बदल रहा है? कितनी तेज़ी से बदल रहा है ? कैसे-कैसे क्षेत्रों में बदल रहा है ? एक सकारात्मक सोच के साथ अगर निगाह डालें तो हम खुद अचंभित रह जायेंगे | एक समय था, जब, खेल-कूद से लेकर के अन्य सेक्टर्स में अधिकतर लोग या तो बड़े-बड़े शहरों से होते थे या बड़े-बड़े परिवार से या फिर नामी-गिरामी स्कूल या कॉलेज से होते थे | अब, देश बदल रहा है | गांवों से, छोटे शहरों से, सामान्य परिवार से हमारे युवा आगे आ रहे हैं | सफलता के नए शिखर चूम रहे हैं | ये लोग संकटों के बीच भी नए-नए सपने संजोते हुए आगे बढ़ रहे हैं | कुछ ऐसा ही हमें अभी हाल ही में जो बोर्ड एग्जाम्स के रिजल्ट आये, उसमें भी दिखता है | '