- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया
- जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है
- दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की है। योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ-साथ घर और परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक पद पर नौकरी की घोषणा की गई है। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई की जाएगी और साथ ही SIT की 3 सदस्यीय कमेटी द्वारा जांच को अनुमति दी गई है।
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा था, 'हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।'
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा था, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना की जांच हेतु तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है, जिसके अध्यक्ष सचिव गृह भगवान स्वरूप एवं चंद्रप्रकाश, पुलिस उप महानिरीक्षक व पूनम, सेनानायक पीएसी आगरा सदस्य होंगे । एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।'
29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ने वाली 19 वर्षीय दलित युवती के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार तड़के कर दिया गया। 14 सितंबर को चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। एक पखवाड़े तक जिंदगी से जूझने के बाद मंगलवार को सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।