नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय पर लिए गए फैसलों ने देश को कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा लिया। राजस्थान के कोटा से लाए गए छात्रों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही। सीएम ने छात्रों से कहा कि 200 से अधिक देश वायरस से जूझ रहे हैं और जो सुपरपावर माने जाते हैं उनका बुरा हाल है।
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 135 करोड़ लोगों की भलाई के लिए सही समय पर आवश्यक कदम उठाए। परिणामस्वरूप, भारत उस संक्रमण की चपेट में आने से बच गया है, जिसने आज कई बड़े देशों को प्रभावित किया है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं।
योगी आदित्यनाथ ने छात्रों से कहा कि उन्हें वापस लाना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती थी। हमने एक कार्य योजना बनाई और राजस्थान और भारत सरकार के साथ संवाद किया। आखिरकार हम आपको आपके घरों तक वापस भेजने में सफल रहे।
योगी ने दी छात्रों को सलाह
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान व्यक्ति का सबसे बड़ा साथी धैर्य है। आप सभी ने धैर्य रखा, और आज आप अपने घरों में सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने छात्रों को 14 दिनों तक घरों में क्वारंटीन रहने की सलाह दी और कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें। यह आपके और आपके परिवार के लिए अच्छा होगा। यदि कोई समस्या है, तो आप सीएम हेल्पलाइन 1076 या राहत लाइन 1070 पर कॉल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'आप अपने घरों में रह सकते हैं और अपना पाठ्यक्रम पूरा कर सकते हैं। छात्रों की आसानी के लिए हमने राज्य में ऑनलाइन कक्षाओं की भी व्यवस्था की है। हमारा प्रयास सभी जिलों में कुछ अच्छे शैक्षिक केंद्र स्थापित करना है ताकि छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें।'
'मजदूरों को वापस लाने की तैयारी कर रहे'
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के तीसरे दिन ही दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और देश के अन्य राज्यों से 4 लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों का अपने घरों के लिए पैदल निकल पड़ना हम लोगों के लिए बड़ी चुनौती था। इसकी जानकारी मिलते ही हमने सभी जरूरी कदम उठाए और उन श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके जनपद में पहुंचाकर उन्हें क्वारंटीन कराया। देश के अन्य राज्यों में भी जहां उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक या कामगार हैं, स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें वापस लाने की कार्यवाही हम युद्ध स्तर पर कर रहे हैं।