- उत्तराखंड के मंत्री और बीजेपी विधायक ने 'मोदी आरती' लॉन्च की
- कांग्रेस ने 'मोदी आरती' पर सख्त आपत्ति जताई है
- कांग्रेस ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी है
नई दिल्ली: उत्तराखंड सरकार के मंत्री धन सिंह रावत और बीजेपी विधायक गणेश जोशी के 'मोदी आरती' लॉन्च करने पर जमकर हंगामा बरपा है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री और विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान करते हुए सार्वजनिक मंच से 'मोदी आरती' लॉन्च की थी। आरती लॉन्च के दौरान उसे गाकर सुनाया भी गया। कांग्रेस ने इस कदम का विरोध किया है और बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि राज्यमंत्री और विधायक की इस हरकत से हिंदू सनातन धर्म का अपमान हुआ है।
जनप्रतिनिधियों को बर्खास्त करने की मांग की
वहीं, यूथ कांग्रेस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया। धरने में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी शामिल हुए। साथ ही महिला कांग्रेस ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी। कांग्रेस ने कहा कि राज्यमंत्री और विधायक ने ऐसा कर सनातन परंपराओं को मानने वालों को ठेस पहुंचाई है। यह वक्त किसी व्यक्ति की भक्ति नहीं बल्कि कोरोना संटक से जूझ रहे लोगों की मदद करने का है। कांग्रेस ने दोनों जनप्रतिनिधियों को बर्खास्त करने की मांग की है।
'मोदी जी को भगवान की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता'
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने 'मोदी आरती' पर सख्त ऐतराज जताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गरिमा ने कहा कि राज्यमंत्री धन सिंह रावत और गणेश जोशी की इस हरकत से पूरे हिंदू सनातन धर्म का अपमान हुआ है। मोदी जी इंसान हैं और उन्हें देवी-देवताओं और भगवान की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। मोदी का गुणगान करते हुए आरती में जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया है उसमें उन्हें देवताओं के समान बताया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे चाटुकारिता की पराकाष्ठा कहा है।