- विशाखापत्तनम गैस कांड में 11 लोगों की मौत, मुआवजे का किया गया ऐलान
- एलजी पॉलीमर गैस रिसाव की जांच के लिए समिति बनी
- 36 साल पहले भोपाल गैस कांड की आई याद
नई दिल्ली। विशाखापत्तनम गैस कांड में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग गंभीर है। सवाल यह है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है। इस संबंध में जांच समिति का गठन किया गया है जो हादसे की तह तक जाएगी। लेकिन इन सबके बीच कंट्रोल रूम और किसी कॉलर के बीच क्या बात हुई वो अब सबके सामने है। यहां कॉलर और कंट्रोल रूम के बीच क्या बात हुई उसे हम हूबहू आप के सामने पेश करेंगे।
एक पीड़ित और कंट्रोल रूम के बीच बातचीत के अंश
कंट्रोल रूम- नमस्ते सर, यह डॉयल 100 हैं
कॉलर- सर,क्या यह पुलिस स्टेशन है।
कंट्रोल रूम- हां यह पुलिस कंट्रोल रूम है।
कॉलर- सर गोपालपत्तनमस, क्या आप एलजी पॉलीमर के बारे में जानते हैं।
कंट्रोल रूम- कहां
कॉलर- एलजी पॉलीमरस वेंकटदरी गार्डेन्स
कंट्रोल रूम- ओके एलजी पालीमर
कॉलर-यस सर, एलजी पॉलीमर, वेंकटदरी गार्डेन्स
कंट्रोल रूम- हां इसके बारे में बताइए
कॉलर-यह एक पॉलीमर कंपनी है, ऐसा लगता है कि उन्होंने किसी लिक्विड का इस्तेमाल किया है, हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। अगर हम लोग नहीं जागेंगे तो नींद में ही मर जाएंगे। मैं बहुत डरा हुआ हूं, इस वजह से मैंने कॉल किया। अगर इससे थोड़ी भी देर हुई तो हम सब मर जाएंगे।
कंट्रोल रूम- आप ठीक से बताएं क्या हुआ है
कॉलर-उन्होंने किसी लिक्विड का इस्तेमाल किया है,हम सब मर जाएंगे।
कंट्रोल रूम- लेकिन आप ठीक ठीक बताएं कि क्या हुआ है।
कॉलर-मैं बाहर निकल रहा हूं, आप इंतजार करिए मैं आप को दोबारा कॉल करुंगा।
इस बातचीत से आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां की जमीनी हालात कैसी रही होगी। चीख पुकार के बीच लोग भगवान से स्वच्छ हवा की भीख मांग रहे थे। लेकिन एलजी पॉलीमर की फैक्ट्री से रिस रह स्टाइरीन गैस तबाही की कहानी लिख रही थी। राज्य सरकार की तरफ से मुआवजे का भरपूर मरहम लगा दिया गया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या कंपनी ने प्लांट शुरू करने से पहले सुरक्षा मानकों की अनदेखी की।