- कहा जा रहा है कि 25-30 बीजेपी विधायक तृणमूल में शामिल हो सकते हैं
- चर्चा है कि मुकुल रॉय घर वापसी के बाद बीजेपी विधायकों को तोड़ने की कवायद में जुटे
- बीजेपी का दावा उनकी पार्टी का कोई भी विधायक ऐसा कदम नहीं उठाएगा
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस में मुकुल रॉय की घर वापसी ने बीजेपी की परेशानी बढ़ाना शुरू कर दिया है कहा जा रहा है कि उनके संपर्क में करीब 25-30 बीजेपी विधायक हैं जो टीएमसी में शामिल हो सकते हैं बताया जा रहा है कि टीएमसी फिर से ज्वाइन करने के बाद रॉय ने बीजेपी के उन MLA से संपर्क करना शुरू कर दिया है जो तृणमूल से गए थे, इसके अलावा वो और भी बीजेपी के विधायकों से संपर्क साध रहे हैं।
वहीं मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय जो बीजेपी छोड़ टीएमसी में वापस आए हैं उन्होंने भी कहा कि लगभग 25-30 बीजेपी विधायक तृणमूल में शामिल हो सकते हैं साथ ही उनका कहना है कि बीजेपी के दो सांसद भी तृणमूल में शामिल होने के इच्छुक हैं।
बताया जा रहे है टीएमसी में वापसी से पहले मुकुल राय काफी दिनों से बीजेपी से नाराज चल रहे थे। ये नाराजगी तब और बढ़ गई जब नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मुकुल की जगह सुवेंदु अधिकारी का नाम आगे बढ़ाया गया।
77 में से सिर्फ 51 विधायक ही राजभवन पहुंचे
गौर हो कि अभी बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी सोमवार को गवर्नर जगदीप धनखड़ से मिलने पहुंचे थे तो उनके साथ 77 में से सिर्फ 51 विधायक ही राजभवन पहुंचे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद से बंगाल भाजपा में बगावत को लेकर अटकलों का बाजार गर्मा गया है।
गौर हो कि ये ऐसे वक्त में हुआ जब टीएमसी से बीजेपी में आए तमाम नेता अब टीएमसी में वापसी का मन बना रहे हैं वहीं कहा ये भी जा रहा है कि तमाम बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी को नेता के तौर पर स्वीकार नहीं करना चाहते। उधर बीजेपी ने दावा किया कि उनकी पार्टी का कोई भी विधायक मुकुल रॉय की तरह ऐसा कदम नहीं उठाएगा।
TMC नेता से मिले बीजेपी नेता नेता राजीब बनर्जी
वहीं बीजेपी नेता नेता राजीब बनर्जी ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष के साथ कोलकाता में उनके आवास पर मुलाकात की थी कुणाल घोष टीएमसी के पश्चिम बंगाल राज्य सचिव हैं। मुलाकात के बाद राजीब बनर्जी ने मीडिया से कहा था, 'मैं शिष्टाचार मुलाकात के लिए आया था। इसमें कोई राजनीति नहीं है। मैंने फेसबुक पर जो कुछ भी लिखा है, उस पर विश्वास करता हूं। जो चीजें मुझे अच्छी नहीं लगीं, उनके बारे में मैंने लिखा अब तक मैं बीजेपी में हूं।' कुणाल घोष के हवाले से भी यहीं कहा गया कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। टीएमसी में लौटने के मुकुल रॉय के फैसले के बारे में पूछे जाने पर राजीव बनर्जी ने कहा, 'यह उनका अपना फैसला है। मुझे कुछ नहीं कहना है।'