नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा क्या दिल्ली की जनता केजरीवाल की वापसी कराएगी या दिल्ली की सत्ता को लेकर लंबे समय ललायित बीजेपी को राज करने का मौका मिलेगा ये तो भविष्य के गर्त में है लेकिन दिल्ली के चुनाव परिणाम कई मायनों में राजनीतिक दलों की आगे की रणनीति को जरुर प्रभावित करेंगे।
दिल्ली के चुनाव परिणामों को लेकर चुनाव लड़ रही पार्टियों के अलावा अन्य प्रदेश के राजनीतिज्ञ भी निगाह गड़ाए बैठे हैं क्योंकि इसकी गूंज दूर तक सुनाई देगी और इससे आगे की राजनीतिक दिशा भी तय होगी।
प्रशांत किशोर ने नाम लिए बिना बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "कुछ लोग सोच रहे हैं कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) देश में उनके पक्ष में मूड बनाएगा, यह स्पष्ट हो जाएगा दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कि वो कितना सही सोच रहे थे उन्होंने कहा कि दिल्ली के नतीजे कई लोगों का मुगालता तोड़ेंगे।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी कह रहे हैं कि उनकी निगाहें दिल्ली के चुनावी परिणाम पर टिकी हैं उसके बाद ही आगे की बात की जाएगी दरअसल किशोर से बिहार इलेक्शन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि बिहार की बात तो बाद में की जाएगी पहले दिल्ली के नतीजे तो आने दीजिए उससे बाद वह वह बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में बोलेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को आने हैं और जल्दी ही बिहार में भी चुनाव होने हैं।