- दूसरे से राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों के हुनर को निखार रही योगी सरकार
- सीएम ने कहा कि मजदूर अनुभव वाले हैं और इनसे उद्योग को मिलेगी मजबूती
- MSME सेक्टर में रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए इस पर ज्यादा जोर दे रही सरकार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में पहुंचे प्रवासी मजदूरों के कौशल को निखार रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से ज्यादातर मजदूरों के पास अनुभव और क्षमता है और ये वर्ग लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए एक ताकत बनेगा। बता दें कि अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के संकट से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस पैकेज की किस्त जारी कर रही हैं। वित्त मंत्री ने अपनी पहली किस्त में एमएसएमई उधोग के लिए आर्थिक राहत की घोषणा की है। यूपी सरकार ने एमएसएमई उद्योग के जरिए लाखों रोजगार सृजित करने की योजना बनाई है।
क्वरंटाइन सेंटर में दिया जा रहा प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा, 'दूसरों राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों को हम क्वरंटाइन केंद्रों में प्रशिक्षण दे रहे हैं। इनमें से ज्यादातर अनुभवी और क्षमतावान हैं। ये लोग राज्य के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग को ताकत प्रदान करेंगे।' मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 'नमामि गंगे' के पीछे सरकार का लक्ष्य आस्था के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देने पर रहा है। सरकार ने अब गंगा के किनारों पर हर्बल खेती करने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
सरकार ने दिया 2000 करोड़ रुपए का लोन
एमएसएमई उद्योग में रोजगार देने की क्षमताओं को देखते हुए योगी सरकार इस उद्योग पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही है। केंद्र सरकार से इस क्षेत्र के लिए पैकेज मिल जाने के बाद राज्य सरकार इस दिशा में तेजी से सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को 56 हजार 754 उद्यमियों को एक क्लिक पर दो हजार दो करोड़ रुपये का लोन बांट दिया। सरकार का दावा है कि लॉकडाउन अवधि में इतनी बड़ी धनराशि का ऋण बांटने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है। सरकार ने इस उद्योग से जुड़े लोगों को चेक भी वितरित किए।
MSME में विदेशी निवेश आकर्षित कर रही सरकार
यही नहीं योगी सरकार एमएसएमई सेक्टर में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। इस सेक्टर में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह वेबीनॉर के जरिए कई देशों के साथ बैठकें कर चुके हैं। हाल के समय में सिंह की अमेरिका, थाईलैंड सहित कई देशों की कंपनियों के साथ बैठक हुई है और विदेशी कंपनियों ने यूपी में निवेश करनी अपनी इच्छा जताई है। उत्तर प्रदेश में करीब 90 लाख एमएसएमई हैं जो कि देश में यह सर्वाधिक संख्या है।