- उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 15 मामले सामने आए हैं
- कोरोना वायरस से दिहाड़ी मजदूरों का दैनिक कार्य प्रभावित हुआ है
- योगी सरकार ने समिति गठित की, यह समिति तीन दिनों में देगी अपनी रिपोर्ट
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना वायरस से संक्रमण को रोकने के लिए लगातार कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से निपटने की अपनी तैयारियों की नए सिरे से समीक्षा की है और अधिकारियों एवं विभागों को तत्परता से कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट की बैठक में वायरस को फैलने से रोकने के लिए अहम फैसले लिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों का इलाज राज्य सरकार अपने खर्चे पर कराएगी और इस दौरान दिहाड़ी मजदूरों को एक निश्चित राशि उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक समिति बनाई गई है जो तीन दिन में इस बारे में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
संक्रमित व्यक्तियों का मुफ्त इलाज
योगी सरकार 19 मार्च को यूपी की सत्ता में अपने तीन साल पूरे करने जा रही है। इस मौके पर बुधवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों का मुफ्त इलाज राज्य सरकार की ओर से कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने भीड़-भाड़ वाली जगहों को बंद करने का आदेश दिया है और इन जगहों पर दिहाड़ी मजदूर काम करके अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है।
दिहाड़ी मजदूरों को देगी एक निश्चित राशि
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि इसे देखते हुए दिहाड़ी मजदूरों के भरण-पोषण के लिए सरकार ने उन्हें एक निश्चिति धनराशि उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इस बारे में वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। दिहाड़ी मजदूरों को यह राशि आरटीजीएस के जरिए सीधे उनके अकाउंट में भेजी जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को अपने जिले के सभी धार्मिक स्थलों एवं प्रबंधकों, धर्मगुरुओं को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कर्मचारियों को बायोमैट्रिक हाजिरी से भी छूट देते हुए उन्हें घर से काम करने के लिए प्रेरित किया है।
उत्तर प्रदेश में संक्रमण के 15 मामले
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 130 सक्रिय मामले सामने आ चुके हैं जबकि 14 लोगों का उपचार किया जा चुका है। कोरोना वायरस से संक्रमण से तीन लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश में 15 लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं। इनमें एक व्यक्ति विदेशी है जबकि पांच लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। प्रदेश में संक्रमण को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थाओं को 2 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है।