- महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ, राउत बोले- शिवसेना ही करेगी नई सरकार का नेतृत्व
- संजय राउत बोले- महाराष्ट्र के हित में होगा न्यूनतम साझा कार्यक्रम
- उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस ने पहले भी किसानों के हित में किए हैं काम- राउत
मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर रास्ता साफ होता दिख रहा है। खबरों की मानें तो शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच चली लंबी बातचीत के बाद सरकार बनाने को लेकर सहमति बन गई है और जल्द ही कॉमन मिनिमन प्रोगाम को लेकर औपचारिक ऐलान भी हो सकता है। इन सबके बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि जो भी गठबंधन बनेगा वो महाराष्ट्र के हित में होगा।
कॉमन मिनिमन प्रोगाम की बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि इसका फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे। मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, 'राज्य में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा। देश में पहले भी न्यूनतम साझा कार्यक्रम की सरकारें बनती रही हैं। अटल बिहारी की पहली सरकार इसी के तहत चली थी और विभिन्न विचारधारा वाले दल एक साथ देश हित में साथ आए थे। शरद पवार जब पहली बार सीएम बने थे तो वो कांग्रेस विचारधारा के थे लेकिन उनकी सरकार और कैबिनेट में भाजपा के लोग थे क्योंकि वो राज्य के हित में था। ऐसी सरकारें पहले भी बनीं है।'
संजय राउत से पूछा गया कि क्या शिवसेना का मुख्यमंत्री पांच साल के लिए होगा या एनसीपी और कांग्रेस भी ढ़ाई साल तक सीएम पद अपने पास रखेंगे? इसका जवाब देते हुए राउत ने कहा, ' हम तो चाहते हैं कि आने वाले 25 साल तक शिव सेना का सीएम रहे आप पांच साल की बात क्यों करते हो।'
किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए उद्धव ने कहा, 'महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे 20 साल से किसानों के साथ बैठकर उनके अंदर जाकर काम कर रहे हैं और शरद पवार भी किसानों के लिए काम करते हैं और कांग्रेस भी ये कर रही है।' वहीं बीएमसी ठेकेदारों के यहां हुई छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे बीएमसी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अपनी बीमारी को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा मुझे डॉक्टर ने बोलने से मना किया फिर भी मैं बोल रहा हूं।
संजय राउत ने कहा, 'जो लोग हमारे साथ आ रहे हैं उन्हें राज्य चलाने का अनुभव है। हमारा साथ स्थायी होगा। हम सत्ता में रहेंगे और फॉर्मूले पर चिंता करने की बात नहीं है। शिवसेना ही सरकार का नेतृत्व करेगी।'