- चीन के साथ जारी विवाद के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका समकक्ष से की बात
- दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर हुई बात, आपसी संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा
- दोनों नेताओं के बीच साल के अंत में मंत्री स्तरीय वार्ता पर करने पर बनी सहमति
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने गुरुवार रात फोन पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया। दोनों नेताओं के बीच कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत हुई जिसमें कोरोना महामारी, हिंद और प्रशांत महासागर इलाके पर द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने, और विश्वभर में समृद्धि एवं शांति कायम रखने तथा सुरक्षा मजबूत करने में भारत एवं अमेरिका के संबंधों की महत्ता की बात दोहराई।
चुनौतियों से निपटने पर हुई चर्चा
विदेश मंत्री एस. जयशंर ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा, 'अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ कल रात एक व्यापक बातचीत हुई। प्रासंगिक तंत्रों के काम सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग को मजूबत करने पर बात हुई। दक्षिण एशिया, अफगानिस्तान, भारत-प्रशांत को लेकर भी चर्चा हुई। इसके साथ-साथ कोरोनावायरस चुनौती से निपटने के लिए सहयोग पर भी बातचीत हुई।'
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
भारत और अमेरिका ने संसाधन समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर बातचीत की। दरअसल इस क्षेत्र में चीन अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इस मामले पर 2018 में गोवा में हुई भारत-अमेरिका समुद्री सुरक्षा वार्ता के तीसरे दौर में भी विस्तार से बातचीत हुई थी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रधान उप प्रवक्ता कैले ब्राउन, ‘दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों में निकट सहयोग जारी रखने एवं इस वर्ष बाद में अमेरिका भारत ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता और चतुष्पक्षीय वार्ता को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।’
फोन पर बातचीत के दौरान जयशंकर और पोम्पिओ ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने, अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को समर्थन देने और क्षेत्र को अस्थिर करने वाले हालिया कदमों समेत अंतरराष्ट्रीय चिंता के मामलों पर जारी द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय सहयोग पर चर्चा की गई। आपको बता दें कि कोरोना महामारी से विश्वभर में सात लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 2 करोड़ के करीब लोग संक्रमित हो चुके हैं।