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आखिर क्यों 2 साल पुराने केस में अर्नब गोस्वामी की हुई गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

Updated Nov 04, 2020 | 18:56 IST

Arnab Goswami: रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। ये मामला 2 साल पुराना है। पीड़ित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं।

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नई दिल्ली: 'रिपब्लिक टीवी' के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को 53 साल के इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। 2018 में एक आर्किटेक्ट और उनकी मां ने कथित तौर पर अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी द्वारा उनके बकाया का भुगतान न किए जाने के कारण आत्महत्या कर ली थी। अर्नब की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र सरकार पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि परिवार का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए। सुसाइड करने वाले आर्किटेक्ट अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने अर्नब पर जांच को दबाने का आरोप लगाया।

पीड़ित परिवार की बेटी ने कहा, 'अर्नब के प्रभाव में ही केस को बंद कर दिया गया था। मेरे पिता पर दबाव बनाया गया, उन्हें धमकाया गया।' वहीं मृतक की पत्नी ने कहा कि पहली की सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहूंगी। उसे सजा मिलनी चाहिए। उसकी पत्रकारिता का लाइसेंस ले लेना चाहिए।

अर्नब पर लगे ये आरोप

आज्ञा नाइक ने कहा, 'हमने अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक समेत कई लोगों को प्रार्थना पत्र भेजे थे। मृतक की पत्नी अक्षता नाइक ने कहा कि वह गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई करने पर महाराष्ट्र पुलिस की आभारी हैं। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र पुलिस इस मामले की जांच करने के लिए अच्छी तरह से सक्षम है। मेरे पति ने सुसाइड नोट में अर्नब गोस्वामी समेत तीन व्यक्तियों का नाम लिखा था, लेकिन तब कोई गिरफ्तारी नहीं की गई थी। उन्होंने आत्महत्या इसलिए की, क्योंकि आरोपियों ने उनकी वाजिब बकाया राशि का भुगतान नहीं किया।'

पुलिस ने कहा था कि 'कॉन्कॉर्ड डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड' के मालिक अन्वय नाइक ने सुसाइड नोट में लिखा था कि गोस्वामी, 'आईकास्टएक्स/स्कीमीडिया' के फिरोज शेख और 'स्मार्ट वर्क्स' के नीतीश सारदा द्वारा बकाया पैसों का भुगतान न किए जाने की वजह से वह आत्महत्या कर रहे हैं। इन तीनों कंपनियों द्वारा नाइक को क्रमश: 83 लाख रुपए, चार करोड़ रुपए और 55 लाख रुपए दिए जाने थे।

इस साल मई में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने घोषणा की थी कि उन्हें आज्ञा नाइक से शिकायत मिली है जिसके बाद उन्होंने मामले की फिर से जांच के आदेश दिए हैं।

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