- राम मंदिर दर्शन मार्ग पर 15 फीट चौड़े स्थल पर लोहे की जाली लगाई गई है
- यहां से श्रद्धालु एवं भक्त खड़े होकर राम मंदिर का निर्माण कार्य देख सकते हैं
- पांच अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया
अयोध्या : अयोध्या में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के लिए निर्माण कार्य जोरों पर है। मंदिर की नीव की खुदाई आधी से ज्यादा हो गई है। इस बीच, राम भक्त श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। मंदिर निर्माण का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अब मायूस नहीं होना होगा। प्रशासन ने जन्म स्थल पर निर्माण कार्य देखने के लिए व्यवस्था बनाई है। यहां निर्माण कार्य देखने के लिए दर्शन मार्ग पर 15 फीट चौड़े स्थल पर लोहे की जाली लगाई गई है। यहां से भक्त निर्माण कार्य देख सकते हैं। यहां से मंदिर निर्माण कार्य व मंदिर मॉडल का दर्शन किया जा सकता है।
साल 2023 के अंत तक खुल सकता है मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ न्यास क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने उम्मीद जताई है कि श्रद्धालुओं के पूजा एवं दर्शन के लिए मंदिर को 2023 के अंत से खोला जा सकता है। राय के मुताबिक 'साल 2023 के अंत तक राम मंदिर का गर्भ गृह श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की उम्मीद है।' इस न्यास पर ही मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी है। मंदिर की आधारशिला के निर्माण में विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। 1,20,00 वर्ग फीट के क्षेत्र में कंक्रीट की 40 से 45 लेयर बिछाई जा रही है। इनमें से क्रंकीट की चार परत बिछाई जा चुकी है।
सीएम योगी ने लिया निर्माण कार्य का जायजा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया। इसके बाद निर्माण कार्य की शुरुआत हुई। मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट ने जमीन खरीदी है और देश भर से लोगों ने चंदा दिया है। गत पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का एक साल पूरा हुआ। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे और वहां चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया।