- बिहार में इस समय भारी बारिश की वजह बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं
- केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान सोमवार हाजीपुर का जायजा लेने पहुंचे तो लोगों ने उनका घेराव किया
- राम विलास पासवान को लोगो ने काफी खरी- खोटी सुनाई, जिसके बाद पासवान को वापस जाना पडा
हाजीपुर: केंद्रीय खाद्य मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) नेता राम विलास पासवान (Ram vilas Paswan) सोमवार को जब हाजीपुर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उन पर फूट पड़ा। दरअसल बिहार के पटना (Patna), हाजीपुर सहित कई हिस्सों में इन दिनों बारिश के बाद हुए जलभराव के बाद से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बाढ़ का पानी केवल आम लोगों के घरों में नहीं बल्कि मंत्रियों और सांसदों के घर में तक घुस गया है जिस वजह से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर हो रहे हैं। हाजीपुर में जब रामविलास पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उन पर फूट पड़ा और उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई। हाजीपुर में जलभराव के हालात को लेकर खासे नाराज थे।
लोगों ने पासवान को अपनी समस्या बताई कि वो कई दिनों से जलभराव की स्थिति से परेशान है जिसके बाद पासवान ने उन्हें जल्द समस्या को दूर करने का आश्वसान दिया लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए। लोगों की मांग थी कि पानी को जल्द से जल्द निकाला जाए। जब लोग पासवान की बात सुनने को तैयार नहीं हुए तो फिर वह गाड़ी में सवार होकर निकल गए।
बिहार में बाढ़ का आलम ये कि इसकी वजह से अभी तक 42 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ की वजह से जो इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं उनमें पटना, भागलपुर, गया, कैमूर, खगड़िया, भोजपुर, बेगूसराय, नवादा. पुर्णिया, कटिहार, बांका, जुमई जैसे इलाके शामिल हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना के जलमग्न हुए इलाकों का निरीक्षण कर अधिकारियों का आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासान दिया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बिहार में बाढ़ की स्थिति को गंभीर बताते हुए हरसंभव मदद का आश्वसान दिया है। बिहार में केंद्रीय टीमों को लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की 20 टीमें राज्य में तैनात हैं जिनमें लगभग 900 बचावकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी बचाव और राहत अभियान में तैनात है।