- रविवार शाम आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराया चक्रवाती तूफान 'गुलाब'
- तट से टकराने के बाद दोनों राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, लोग सुरक्षित जगहों पर भेजे गए
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों राज्यों से मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें मदद का भरोसा दिया
नई दिल्ली : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान 'गुलाब' (Cyclone ‘Gulab’) कमजोर होकर गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है। रविवार शाम यह तट से टकराना शुरू हुआ जिसके बाद आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और ओडिशा (Odisha) के तटीय इलाकों में बारिश हुई। इन दोनों राज्यों में राहत एवं बचाव कार्य चलाने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) की 18 टीमें तैनात की गई हैं। तट से टकराने के बाद यह चक्रवाती तूफान उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों की तरफ बढ़ गया। मौसम विभाग (Meteorological Centre) ने इन इलाकों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है।
दो मछुआरों की मौत
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक चक्रवात के समय समुद्र में ज्वार उठा। ज्वार की चपेट में आने से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में नाव डूबने से दो मछुआरों की मौत हो गई जबकि एक लापता हो गया।
कई जिलों में हुई बारिश
चक्रवाती तूफान को देखते हुए दोनों राज्यों के तटीयवर्ती इलाकों में प्रशासन मुस्तैद है। रविवार रात नौ बजे तक ओडिशा में करीब 39 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं, समुद्र में मछली पकड़ने गए आंध्र के दो मछुआरे अभी भी लापता हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस चक्रवाती तूफान पर नजर है। उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर अपनी तरफ से पूरी मदद का भरोसा दिया है। चक्रवाती तूफान के तट से टकराने के बाद गंजम, गजपति, कंधमाल, रायगडा, नबरंगपुर, कोरापुट और मलकानगिरी के साथ-साथ मध्य तटीय जिलों केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, खुर्दा, पुरी और नयागढ़ में बारिश हुई।