लोगतंत्र में आज बात दिल्ली में 9 साल की बच्ची की मौत की। बच्ची के साथ रेप की आशंका है। 9 साल की एक मासूम बच्ची बस वॉटर कूलर से ठंडा पानी लेने घर से निकली थी, लेकिन वो फिर लौटकर नहीं आई। आई तो बस एक खबर कि वो अब इस दुनिया में नहीं रही, बताने वाले के साथ जब मां श्मशान पहुंची तो वहां मौजूद कुछ लोग ने उसे डराया और पुलिस को खबर करने से मना किया। बाद में पुलिस को खबर की गई और करीब 200 लोग धरने पर बैठ गए, शायद बच्ची गरीब घर की न होती तो पुलिस और तेजी से एक्शन लेती, धरने की नौबत न आती।
पीड़ित परिवार के आरोप क्या हैं
- वाटर कूलर के करंट को बताया मौत की वजह
- तुरंत अंतिम संस्कार का दबाव बनाया
- आरोपियों ने कहा पुलिस बुलाने की जरूरत नहीं
- डराया, पोस्टमॉर्टम कराया तो अंग निकाल लेंगे
- शक है कि रेप के बाद हत्या की गई
- शव जला दिया, अब पोस्टमॉर्टम कैसे होगा
ये 1 अगस्त की शाम का मामला है जब पीड़ित अपने गांव से श्मशान घाट में पानी लेने के लिए जाती है। 6 बजे तक ना लौटने पर वहां के जो पंडित थे उन्होंने इसकी मां को बुलाया, कहा कि इसको कुछ हो गया है। मां देखती है कि बेंच पर बिटिया का शव पड़ा है उसकी बाएं हाथ की कलाई से लेकर कोहनी तक जला हुआ है और उसके होंठ नीले पड़े हुए हैं तो जो पंडित था उसके साथ तीन लोग और थे उन्होंने कहा कि इसका दाह संस्कार कर देते हैं। यह मर गई है पुलिस में जाएंगे डॉक्टर में जाएंगे तो यह लंबा मैटर चलेगा और इसके शव के जितने भी ऑर्गन हैं वह ले लिए जाएंगे। इसके साथ ही मां उसके पिता को भी बुला लेती है। इनके अनुसार इनकी मर्जी के बिना शव को जला दिया गया। वो दुखी होकर वापस गांव आती है और गांव में आकर बताती है। वहां पर सारे गांव वाले इकट्ठा होते हैं।
गांव वाले इकट्ठा होकर श्मशान की तरफ जाते हैं और वहां पर जो भी बचा कुचा था जो आग जल रही थी उसको बुझाने का प्रयास होता है। बयान के लिए करीब रात 1:30 बजे मां को थाने लेकर जाते हैं। पुलिस के मुताबिक रेप की बात परिवार वालो ने ना तो इनिशियल बयान में बोली नहीं 164 के बयान में। इसके बाद 2 अगस्त को मौके पर एससी-एसटी कमीशन की एक कमेटी जाती है और शाम को करीब 6:30 बजे तब उनके सामने पेरेंट्स बोलते हैं कि बिटिया के साथ कुछ दुष्कर्म भी हुआ था और उसका मर्डर भी हुआ है।