नई दिल्ली: नई दिल्ली: कोरोना के कहर से पूरी दुनिया परेशान है। इस महामारी से अमेरिका, इटली, स्पेन आदि देश बुरी तरह प्रभावित है, चीन समेत इन सभी देशों में 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत भी इस आपदा से जूझ रहा है और इसका प्रभाव कम करने के लिये हरसंभव तरीके अपना रहा है।
ये सब कुछ देखते हुए आयुष मंत्रालय ने आम जनता की Immunity बढ़ाने के लिये कुछ दिशा निर्देश जारी किये हैं।मंत्रालय ने ये भी साफ किया कि ये सारे उपाय आयुर्वेदिक साहित्य और वैज्ञानिक प्रकाशनों पर आधरित हैं। इस बीमरी का अब तक कोई इलाज सामने नहीं आया है और इसलिये इससे बचने का एक ही तरीका है – पूरी एहतियात बरतना और अपनी immunity को बनाये रखना और इसके लिये हम कुछ कदम उठा सकते हैं जैसे की – ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का सेवन करना और नियमित रूप से कम से कम आधा घन्टा योग और प्राणायाम करना क्यूंकि lockdown के चलते बिना बाहर जाये आप योगा से भी अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
इसके साथ ही खाना बनाते वक्त हल्दी जीरा और धनिया जैसे मसालों के इस्तेमाल की भी सलाह दी। इसके अलावा रोज सुबह उठकर 10 ग्राम यानी एक चमच च्यवनप्राश भी फाय्देमंद साबित होगा लेकिन dibetese के मरीज़ ध्यान रखें और बिना शक्कर वाला च्यवंप्राश खायें,
सेहतमंद खाने के अलावा हम पीने वाली चीजों पर भी खास ध्यान देना होगा, और इसलिये मंत्रालय ने दिन में एक या दो बार हर्बल चाय पीने या तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और किशमिश का काढ़ा पीने और लगभग 150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीने की भी सलाह दी है।
हम अक्सर बार बार अपनी नाक को छूते रहते हैं और इस वजह से इस वाइरस का नाक के द्वारा शरीर में जाने का खतरा बढ़ जाता है, इससे बचने के लिये हम सुबह और शाम दोनों नथुनों में तिल या नारियल का तेल या घी लगाने जैसे कुछ आसान आयुर्वेदिक उपाय भी काम में ला सकते हैं।
बदलते मौसम के कारण लोग सर्दी खांसी का शिकार भी हो रहे हैं इसलिये सूखी खांसी या गले में सूजन के लिए दिन में एक बार पुदीने की ताजा पत्ती या अजवाइन के साथ भांप लेने की सलाह दी गयी है और गले में खराश के लिए दिन में दो-तीन बार शक्कर या शहद के साथ लौंग का पाउडर लेने के लिए भी कहा गया है।
हालांकि देशभर के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने इन उपायों का सुझाव दिया है क्योंकि ये संक्रमण के खिलाफ व्यक्ति की immunity बढ़ा सकते हैं लेकिन अगर लक्षण फिर भी बने रहते हैं तो डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर है।