- बिहार के कई जिलों में जमकर हुआ था हिंसक प्रदर्शन
- कई कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध
- अग्निपथ स्कीम के विरोध में ऐसे लोग भी शामिल जो तैयारी नहीं कर रहे थे।
अग्निपथ स्कीम पर देश के अलग अलग राज्यों में विरोध का असर दिखाई दिया। लेकिन बिहार सबसे अधिक प्रभावित रहा। रेलवे को करीब 500 से 600 करोड़ का नुकसान हुआ है जिसमें अकेले बिहार से करीब 200 करोड़ का नुकसान है। बिहार के दानापुर रेल खंड की तस्वीर हम सबने देखी है कि किस तरह से ट्रेनों की बोगियों को जला दिया गया। अब इस संबंध में जो जानकारी सामने आई है वो चौंकाने वाली है। टाइम्स नाउ नवभारत के पास कुछ खास ऑडियो हैं जिनसे पता चलता है कि साजिश के तार मुजफ्फरपुर से जुड़े थे। दानापुर पहुंचने के लिए युवाओं को उकसाया गया। व्हाट्सएप ग्रुप पर जो मैसेज भेजे गए उनमें वो लोग भी शामिल थे जो सेना के लिए तैयारी नहीं कर रहे थे।
बिहार पुलिस का कहना है कि जांच जब आगे बढ़ी तो कई कोचिंग संचालकों की भूमिका भी संदेह के घेरे में रही। मुजफ्फरपुर पुलिस के एसएसपी का कहना है कि जब हमने प्रारंभिक जांच शुरू की थी तो इस बात की जानकारी लगी कि बहुत सारे ऐसे युवा थे जिनका सेना के भर्ती अभियान से लेना देना नहीं था। अब जैसे जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है उससे पता चल रहा है कि साजिश के तहत हिंसा को अंजाम दिया गया।