- अरविंद केजरीवाल को सी-40 जलवायु सम्मेलन के लिए डेनमार्क जाना था
- दिल्ली के सीएम को इस दौरे के लिए विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली
- दिल्ली में सत्तारूढ़ AAP ने केंद्र के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकारें एक बार फिर आमने-सामने है। दिल्ली के सीएम को सी-40 जलवायु शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए डेनमार्क जाना था, लेकिन इसके लिए उन्हें विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली, जिस पर आम आदमी पार्टी (आप) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
आप नेता संजय सिंह ने इसे 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए कहा, 'यह मेरी समझ से परे है कि मोदी सरकार हमें लेकर इतना शत्रुतापूर्ण रवैया क्यों अख्तियार किए हुए है?' उन्होंने यह भी कहा कि सीएम केजरीवाल कोई छुट्टी मनाने नहीं जा रहे थे, बल्कि वह एशिया के 100 शहरों के मेयर के साथ चर्चा और प्रदूषण नियंत्रण के लिए भारत की कोशिशों को विस्तारपूर्वक बताकर देश की बेहतर तस्वीर पेश करने वहां जा रहे थे।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर अब तक कितने मुख्यमंत्रियों के आधिकारिक दौरे रद्द हुए हैं? आप नेता ने यह भी कहा कि इसके लिए 1 महीने पहले आवेदन दिए जाने के बावजूद उसे मंजूरी नहीं मिली।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे डेनमार्क के लिए रवाना होना था। उनके साथ 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को भी जाना था, लेकिन इसके लिए विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में जलवायु को लेकर इस सम्मेलन का आयोजन 9-12 अक्टूबर के बीच होना है। इसमें कई देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इस तरह के आवेदनों पर फैसला कई तरह के तथ्यों के आधार पर लिया जाता है।