- इंडिया गेट पर नेताजी की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया।
- किंग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा 1968 में हटाए जाने के बाद से यह छतरी खाली थी।
- नेताजी की प्रतिमा 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरा गया है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया। काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 28 फुट ऊंची इस प्रतिमा को इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित की गई है। जिसे 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरा गया है। प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत कदम कदम बढ़ाए जाए की धुन के साथ किया गया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक उत्सव प्रदर्शित किया गया। प्रधानमंत्री को इसकी झलक इंडिया गेट के समीप एम्फीथिएटर पर लगभग 30 कलाकारों द्वारा दिखाई गई। ये कलाकार नासिक ढोल पथिक ताशा द्वारा ड्रमों के संगीत की धुनों पर संबलपुरी, पंथी, कालबेलिया, कारगाम और कच्छी घोड़ी जैसे आदिवासी लोक कला रूपों का प्रदर्शन किया।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा की खास बातें
इंडिया गेट पर बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। जो सजावटी छतरी में स्थित है। किंग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा 1968 में हटाए जाने के बाद से यह छतरी खाली थी और बाद में इस प्रतिमा को उत्तर-पश्चिम दिल्ली में कोरोनेशन पार्क में जगह मिली। संयोग से 1911 में इसी जगह दरबार का आयोजन हुआ था। अभिलेखीय रिकॉर्ड के अनुसार इंडिया गेट के सामने एक सजावटी छतरी के नीचे स्थित किंग जॉर्ज पंचम की भव्य संगमरमर की प्रतिमा का अनावरण 1939 में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड लिनलिथगो ने ब्रिटिश सम्राट के लिए एक उपयुक्त स्मारक के रूप में किया था, जिसके शासनकाल में नयी दिल्ली राजधानी बनाई गई थी।