वो आरपीएससी घोटाले में सुर्खियां बन जायें ..... वो अध्यापकों सरेआम लताड़ें और वीडियो वायरल हो जाए ... वो प्रदेशभर की स्कूलों के जीर्णोद्धार का बजट प्रदेश से छीनकर अपने इलाके में ले जायें ... तो भी मजाल है कि गहलोत सरकार में कोई उनके खिलाफ आवाज़ भर उठा दे ... वो गहलोत के लाड़ले हैं ... उनकी डूबती नैया के तारणहार भी .... ऐसे में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) पर उठते सवाल तो कई हैं लेकिन जवाब एक भी नहीं ...
राजस्थान सरकार में विवाद और शिक्षा मंत्री डोटासरा, दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हैं । हों भी क्यों नहीं ...क्योंकि गहलोत सरकार में जब पायलट का विरोध मुखर हुआ था... उस वक्त प्रदेश कांग्रेस क्रू के पायलट डोटासरा ही बने थे । विकास की गंगा बहाने का दावा करती गहलोत सरकार के मंत्री अब अपनी सीट को बचाने की कवायद में लग गए हैं ... सरकारी बजट की अपने इलाके में बंदरबांट की जा रही है । 'टाइम्स नाउ नवभारत' के Principal Correspondent 'भंवर पुष्पेंद्र भंवर पुष्पेंद्र' इस मामले पर अहम जानकारियां सामने लाए हैं।
इतना ही नहीं बल्कि मंत्री जी के दरवाजे पर लोग ट्रांसफर के लिए चक्कर काट रहे हों तो उनकी संख्या और रिक्तपदों का ध्यान रखना होगा और नियम भी आड़े आएंगे। लेकिन मामला लक्ष्मणगढ के लोगों के ट्रांसफर का हो तो संख्या भले ही पांच हजार से अधिक हो ... मंत्री जी 24 घंटे में उसे लक्ष्मणगढ पहुंचाने की ताक़त रखते हैं ...