'लोगतंत्र' में बात हुई स्कूलों पर। आज देश के कई राज्यों में स्कूलों को खोल दिया गया। स्कूलों के खुलने के बाद बच्चों में तो खुशी की लहर है लेकिन अभिभावकों के दिलों में डर बना हुआ है कि कहीं उनका बच्चा स्कूल जाकर कोरोना की चपेट में ना आ जाए। एक साल से ज्यादा वक्त से स्कूल बंद थे। ऐसे मे बच्चों के भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा था। इस मुद्दे पर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय हैं। दिल्ली, यूपी से लेकर मध्य प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु तक बंद स्कूल आज से खुल गए हैं। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि 1 सितंबर से क्लास 9TH से 12TH तक के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को खोल दिया जाएगा लेकिन DDMA ने स्कूल खोलने के लिए गाइडलाइंस जारी की। 50 फीसदी छात्र-छात्राओं को ही स्कूल में आने की अनुमति दी गई है। साथ ही स्कूलों में स्क्रीनिंग जरूरी किया गया है। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि सैनेटाइजर और साफ सफाई का खास ख्याल रखा जा रहा है।
दिल्ली में स्कूल खोलने के आदेश देने के साथा साथ कुछ ढील भी दी गई है। स्कूल प्रशासन अगर स्कूल नहीं खोलना चाहता, तो ये फैसला उस स्कूल के ऊपर होगा। साथ ही जो पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते तो भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं हैं।
दिल्ली के अलावा आज उत्तरप्रदेश में स्कूलों को खोल दिया गया। लखनऊ, प्रयागराज, नोएडा के स्कूलों में बच्चे कोरोना नियमों का पालन करते हुए स्कूलों में एंट्री ले रहे हैं। क्लास में मास्क पहनकर पढ़ाई हो रही है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी आज पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से बंद स्कूलों के दरवाजे बच्चों के लिए खोल दिए गए। बच्चे लंबे वक्त बाद स्कूल जाकर खुश दिखे और स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है।
उत्तर भारत के अलावा तेलंगाना और तमिलनाडु में भी आज स्कूलों को खोलने के फैसला लिया गया। तमिलनाडु में 9 से 12 तक की कक्षाएं खोलीं गईं। तेलंगाना में सभी शौक्षणिक संस्थाओं को आज से फिर खोल दिया गया। देश के अलग-अलग राज्यों ने स्कूलों को खोलने का फैसला तो ले लिया है। मगर कोरोना अभी गया नहीं है। ऐसे में बच्चों को कोरोना ना फैले इसके लिए स्कूलों को कोरोना नियमों का खास ख्याल रखना होगा। साथ ही राज्यों की सरकारों को भी स्कूलों को सख्त निर्देश देकर नियमों का पालन कड़ाई से कराना होगा।
स्कूल खोलने के खतरे
कोरोना के सभी नियमों का पालन करा पाना मुश्किल
बच्चों को वैक्सीन नहीं दी गई है, कोरोना का खतरा है
बच्चे कोरोना के कैरियर बन सकते हैं
बच्चे स्कूल से घर पर कोरोना लेकर जा सकते हैं