- राज्यसभा में हंगामा पर अब सियासी बवाल, सत्ता और विपक्ष ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया
- सरकार की तरफ से सीसीटीवी फुटेज जारी, मार्शल के साथ धक्कामुक्की के लिए विपक्षी सांसदों को बताया गया जिम्मेदार
- राज्यसभा में कांग्रेस की चीफ व्हिप का बयान, किस बात के लिए माफी मांगे
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के व्यवहार का जिक्र करते हुए राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू का दर्द छलक पड़ा था। ये बात अलग है कि विपक्षी सांसदों ने कहा कि सदन के अंदर जो हालात बने उसके लिए सरकार ही जिम्मेदार थी तो सरकार ने भी मोर्चा खोला और सीसीटीवी फूटेज जारी कर बताया कि किस तरह से विपक्ष के सांसदों ने महिला मार्शक के साथ बदसलूकी। सरकार की तरफ से सात मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह बताया कि सदन की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करना ही कांग्रेस की मंशा थी। लेकिन कांग्रेस एमपी छाया वर्मा ने क्या सफाई दी उसे जानना जरूरी है।
कांग्रेस सांसद का अजीब बयान
इस घटना के लिए कौन जिम्मेदार है? संसद की कार्यवाही चलाना सरकार की जिम्मेदारी है। हम सिर्फ संसद में लोगों की आवाज उठा रहे हैं। यह होगा अगर उनकी आवाज नहीं सुनी जाएगी। उच्च सदन में कल की घटना के दौरान हमारा एक सांसद घायल हो गया। उनके साथ मारपीट की गई। पीयूष गोयल से पूछें कि सदन में इतने मार्शल तैनात करने का क्या मतलब है। मैं माफी क्यों मांगूंगी ?:
सभापति वेंकैया नायडू का छलका था दर्द
राज्यसभा में हंगामे पर अलग अलग तरह के बयान आ रहे हैं। इन सबके बीच सांसद फूलो देवी नेताम का कहना है कि उनके साथ मार्शल ने बदसलूकी की थी। इस विषय पर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने अपनी पीड़ा भी जाहिर की थी कि किस तरह से संसदीय मर्यादा को तार तार कर दिया। उन्होंने कहा कि सदन में तो किसी भी विषय पर बातचीत होनी चाहिए, ऐसे में अगर कोई जनप्रतिनिधि पहले हंगाम करे और बाद में उसे सही भी ठहरा दे तो मामला और गंभीर हो जाता है। हम सबको इस तरह के माहौल से बाहर निकलना होगा।