Rashtravad: कांग्रेस ने आज सड़क से लेकर संसद तक महंगाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेता तो राज्यों की राजधानी में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े में बढ़ती महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद के गेट पर प्रदर्शन किया तो राहुल गांधी राष्ट्रपति भवन की तरफ मार्च निकाला, जबकि प्रियंका गांधी ने कांग्रेस हेडक्वॉर्टर से जुलूस की अगुवाई की।
महंगाई पर प्रदर्शन के दौरान प्रियंका गांधी और महिला पुलिसकर्मियों में काफी संघर्ष भी हुआ। कांग्रेस मुख्यालय से जुलूस निकाल रहीं प्रियंका गांधी को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाए गए, तो वो बैरिकेड पर चढ़ गईं। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कि तो वो धरने पर बैठ गईं। इसके बाद महिला पुलिस कर्मी काफी मशक्कत के बाद प्रियंका गांधी को पुलिस की गाड़ी में बिठा पाए।
राहुल गांधी की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने राष्ट्रपति भवन के सामने हिरासत में ले लिया। जबकि प्रियंका गांधी को कांग्रेस के मुख्यालय के पास हिरासत में लिया गया। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के 64 सांसदों को किंग्सवे कैंप पुलिस स्टेशन ले जाया गया। कांग्रेस नेताओं ने आज के प्रदर्शन के लिए काले कपड़े पहने थे, और इसे मंहगाई के खिलाफ हल्ला बोल बताया गया था। लेकिन राहुल गांधी ने प्रदर्शन से पहले जो प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, उससे ऐसा लगा कि उनके निशाने पर ED है। राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जांच एजेंसी और संस्थाओं पर तो सवाल उठाए ही साथ ही साथ पीएम मोदी के चुनाव जीतने की तुलना हिटलर से कर दी।
कांग्रेस महंगाई पर प्रदर्शन कर सरकार को घेरना चाहती थी लेकिन पहले राहुल गांधी ने ED और संस्थाओं पर सवाल उठाए उसके बाद कांग्रेस के बड़े नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि उनके नेता उन्हें बचाते हैं इसलिए वो अपने नेता को बचाने के लिए सड़क पर उतरे हैं।
कांग्रेस के हमले का बीजेपी ने भी जवाब दिया। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तानाशाही और हिटलरशाही क्या होती है ये किसी को समझना है तो वो एमरजेंसी को याद करे।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस का कन्फ्यूजन और मौसम की चिंता भी दिखी। सुबह जब कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने पी चिदंबरम से प्रदर्शन में चलने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि बाहर बहुत बारिश हो रही है। हांलाकि बाद में चिदंबरम भी प्रदर्शन में शामिल हुए। और होते भी कैसे नहीं क्योंकि सवाल सबसे बड़े नेता के बचाव की थी। सुनिए चिदंबरम ने राजीव शुक्ला से क्या कहा था।
राष्ट्रवाद में अब आज के सवाल
क्या महंगाई बहाना है, इसका मकसद 'परिवार' को बचाना है ?
क्या ED की कड़ाई...कांग्रेस को सड़क तक ले आई है?
क्या कांग्रेस का 'काला' विरोध..भ्रष्टाचार की जांच में अवरोध नहीं है ?
क्या 'ब्लैक फ्राइडे' मनाने से जुर्म कम हो जाएगा ?
और क्या राहुल-प्रियंका का 'पंजा' प्रोटेस्ट..एजेंडा सेट ?