'सवाल पब्लिक का' में आज बात कि आखिर जनता के पैसे से विधायकों का टैक्स क्यों? विधायक जी सक्षम तो सरकार क्यों टैक्स दे? जनता के पैसे से सैलरी भी और टैक्स भी? पंजाब से लेकर MP तक, पब्लिक की कमाई पर हो रही 'मौज'! पार्टी आम आदमी के नाम तो आम आदमी की क्यों नहीं सोचते?
नेताओं के पास दौलत, शोहरत, ताकत, बंगला, गाड़ी...क्या नहीं है। साथ में सरकारी वेतन भी। लेकिन इनकम टैक्स भी खुद नहीं भरेंगे? सरकार भरेगी? मतलब जनता के पैसे से इनकम टैक्स भरा जाएगा। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी हुई कि हमारी सैलरी पर आयकर सरकार दे रही है। इस खबर के 48 घंटे बाद मैंने इसे सरेंडर कर दिया। अमन चोपड़ा ने सरेंडर की बात कही। लेकिन ये फेहरिस्त लंबी है। और हमारा मकसद न किसी INDIVUAL से है न किसी पार्टी से है। पक्ष-विपक्ष सबसे है। पंजाब ही नहीं तेलंगाना में भी वही सवाल है।
सवाल पब्लिक का ये है कि अगर वो घर से निकलने से लेकर घर पहुंचने तक हर स्टेप पर टैक्स भरती जाती है, तो उसकी क्या गलती है? वो 106 रुपए लीटर पेट्रोल भी खरीदे, 28% तक GST भरे, 30% तक इनकम टैक्स भरे और जनप्रतिनिधी के टैक्स का पैसा भी भरे?
जनता के पैसे से विधायक जी का टैक्स!
पंजाब- कांग्रेस सरकार में नियम, अभी तक जारी
यूपी- 40 साल से नियम, 2019 में खत्म करने की बात
उत्तराखंड- 19 साल से नियम, 2019 में खत्म करने की बात
मध्य प्रदेश- 1994 से नियम, अभी तक जारी
पंजाब में 'MLA TAX' का नियम कैसे आया?
प्रताप सिंह कैरों ने CM के लिए नियम बनाया था। 2006 में कैप्टन अमरिंदर के राज में MLA भी शामिल हुए। अकालियों की सरकार में भी ये जारी रहा। अभी भी 2006 का नियम प्रभावी है।