नई दिल्ली : अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान के आने के बाद से दुनियाभर में चिंता है। अफगान और विदेशी नागरिकों में देश छोड़ने को लेकर जिस तरह की अफरातफरी देखी गई, उसने एक बड़े मानवीय संकट की तरफ भी इशारा किया। इस बीच तालिबान के लड़ाके बंदूक थामे न्यूज स्टूडियो में भी नजर आए, जहां वे एंकर से अपनी तारीफ करवाते भी देखे गए। तालिबान के क्रूर रवैये, खासकर लड़कियों, महिलाओं को लेकर उसके नजरिए पर दुनियाभर में बहस छिड़ी हुई है।
इन सबके बीच बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह जी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने तालिबान का समर्थन करने वाले भारतीय मुसलमानों के एक वर्ग की आलोचना करते हुए इसे चिंता का विषय बताया। सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो में उन्होंने कहा कि हर भारतीय मुसलमान को यह सोचना चाहिए कि उन्हें अपने मजहब में 'सुधार और आधुनिकता' चाहिए या वे 'बर्बरता' के पुराने मूल्यों के साथ जीना चाहते हैं।
उनके इस वीडियो के बाद कई लोग नसीरुद्दीन शाह को ही नसीहत देने लगे। इनमें कोई AIMPLB का सेक्रेट्री है, कोई सांसद तो कोई राजनीतिक पार्टी जुड़ा है। ये सब ऐसे लोग हैं जो समाज को किसी न किसी रूप में प्रभावित करते हैं। ऐसे लोगों को आखिर तालिबान में ऐसी कौन सी खूबी नजर आई। आखिर तालिबान ने ऐसा कौन सा रचनात्मक काम किया, जिसे देखकर ऐसे लोग उसका स्वागत कर रहे हैं?
टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन चीफ नाविका कुमार ने इस मसले पर कई लोगों से विस्तृत बातचीत की। उन्होंने उन लोगों से भी सवाल किया, जो नसीरुद्दीन शाह के वीडियो को लेकर सवाल उठा रहे हैं। देखिये पूरा शो।