- महापंचायत में जिस पर खड़े थे राकेश टिकैत, अचानक से टूट गया वो मंच
- मैं कीलों पर लेट जाऊंगा, सरकार को कृषि कानूनों पर हमारी बात माननी ही होगी- टिकैत
- जींद में आयोजित इस महापंचायत में बड़ी संख्या में उमड़े लोग
जींद: नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है और यूपी तथा हरियाणा के कई हिस्सों में महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज में हरियाणा के जींद में किसान नेताओं द्वारा बुलाई गई महापंचायत में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत भी नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के समर्थन में आयोजित इस महापंचायत में शामिल हुए। जिस मंच पर राकेश टिकैत बैठे थे वह अचानक से गिर गया, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
टूट पड़ा मंच
जींद में आयोजित इस महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि ये साल युवा क्रांति का है। उन्होंने कहा कि मैं कीलों पर लेट जाऊंगा, सरकार को कृषि कानूनों पर हमारी बात माननी ही होगी। इतना कहते ही उनका मंच टूट गया। मंच टूटने के दौरान टिकैट को हल्की चोट लगी है। इसके बाद टिकैत ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है, किसानों की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा रही है। टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं।
सर्वजातीय कंडेला खाप ने दिया समर्थन
टिकैत के अलावा कई खाप नेता भी इस पंचायत में शामिल हो रहे हैं। करीब दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दिया है। दूसरी खाप ने भी आंदोलन का समर्थन किया है। सर्वजातीय कंडेला खाप के प्रमुख टेकराम कंडेला ने कहा कि आज के कार्यक्रम में कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग की जाएगी।